ऑटो इंडस्ट्री में Coronavirus के समय डिमांड पर पड़ा गहरा असर: SIAM
SIAM ने कहा कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से डिमांड पर बहुत गहरा असर। (फोटो साभार Jagran New Media)
नई दिल्ली, आईएएनएस। भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में अब मांग बढ़ना एक बहुत बड़ी चुनौती होने वाली है। इंडस्ट्री बॉडी ने कहा कि क्योंकि लॉकडाउन की वजह से इकोनॉमी पर बहुत गहरा असर होने वाला है। ऑटो इंडस्ट्री बहुत लंबे समय से पहले से ही संघर्ष कर रही है। 2019 के दौरान नॉर्मल इकोनॉमिक स्लोडाउन के चलते डिमांड कम हुई थी और अब लॉकडाउन की वजह से प्रोडक्शन, सेल्स और फाइनेंसिंग आदि की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
इस स्थिति में फैक्ट्री में प्रोडक्शन रोक दिया गया है और सप्लाई बंद हो चुकी है, जिसको देखते हुए डीलरशिप पर काम पूरी तरह बंद हो गया है। COVID-19 को फैलने से रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से वाणिज्य पर गहरा असर हुआ है और इसके चलते शॉपिंग मॉल अस्थाई तौर पर बंद हुए, विमान ग्राउंडिंग हुए, फैक्ट्रियां बंद हुई और बाजार को बंद कर दिया गया है।
Society of Indian Automobile Manufacturers (SIAM) के डायरेक्टर जनरल राजेश मेनन के अनुसार, इस समय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में डिमांड, सप्लाई को लेकर बहुत दिक्कतें आ रही हैं, जिसको देखते हुए इंडस्ट्री सबसे ज्यादा तनावपूर्ण दौर से गुजर रही है और COVID-19 की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण फाइनेंस की बहुत दिक्कत आ रही है। इसको देखते हुए इंडस्ट्री बॉडी ने देश की सरकार से प्रोत्साहन पैकेज की मांग की है। मेनन ने कहा कि "प्रोत्साहन पैकेज में सरकार को स्टैंडर्ड जीएसटी रेट में अस्थाई तौर पर 10 फीसद करना चाहिए।
फिलहाल ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में सेस चार्ज, इंश्योरेंस कॉस्ट और अन्य सेक्टर से जुड़े टैक्स को छोड़कर 28 फीसद या उससे अधिक जीएसटी देना पड़ता है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से लगातार गिरती बिक्री को रोकने में मदद के लिए 'एंड ऑफ लाइफ' पॉलिसी की मांग की है। अगर इस पॉलिसी को लागू किया जाता है तो इससे ग्राहकों नई कार खरीदने के लिए ज्यादा प्रोत्साहित होंगे और बिक्री में ग्रोथ होगी। डॉमेस्टिक पैसेंजर व्हीकल की बिक्री पिछले साल की तुलना में इस साल मार्च में आधी हुई है। देश में मार्च 2020 में कुल 1,43,014 पैसेंजर की बिक्री हुई जो कि पिछले साल बिकी 2,91,861 यूनिट्स की तुलना में 51 फीसद कम है। वहीं कमर्शियल व्हीकल की बात की जाए तो इस साल मार्च में 13,027 यूनिट्स की बिक्री हई जो कि पिछले साल इसी अवधि में बिकी 1,09,022 यूनिट्स से करीब 88 फीसद कम थी।