रेनॉ निसान ने कामराज पोर्ट से किया करार, भारत में बनी गाड़ियों का विदेशों में होगा निर्यात
यह प्लांट 600 एकड़ में फैला है। इसकी शुरुआत के बाद से प्लांट में 24 लाख से अधिक रेनॉ और निसान के वाहनों का प्रोडक्शन किया गया है और यहां तैयार वाहनों को 108 देशों में निर्यात किया गया है। (जागरण फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। फ्रेंच और जापान की वाहन निर्माण करने वाली कंपनी रेनॉ और निसान ने कामराज पोर्ट के साथ मिलकर एक एग्रीमेंट साइन किया है। जिसका उद्देश्य विश्व स्तर पर लोकली मैन्युफैक्चर्ड गाड़ियों को एक्सपोर्ट करने का है।
रेनॉ निसान अलायंस कामराजर पोर्ट के माध्यम से कारों का निर्यात शुरू करने वाली इस क्षेत्र की पहली कार मैन्युफैक्चरर थी। 13 सालों से अधिक समय में दोनों कंपनियों ने कामराज पोर्ट से लगभग 108 वैश्विक गंतव्यों के लिए 11.5 लाख से ज्यादा कारों का निर्यात किया है। यह समझौता रेनॉ निसान अलायंस और कामराज पोर्ट लिमिटेड के बीच मौजूदा साझेदारी पर बेस्ड है। दोनों कंपनियां साथ मिलकर केपीएल के माध्यम से आगे और कारों को एक्सपोर्ट करेंगी।
चेन्नई प्लांट में होता है गाड़ियों का प्रोडक्शन
कामराज पोर्ट के माध्यम से भारत से रेनॉ निसान अलायंस द्वारा निर्यात की जाने वाली कारों का प्रोडक्शन चेन्नई में रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट में किया जाता है। यह प्लांट 600 एकड़ में फैला है। इसकी शुरुआत के बाद से प्लांट में 24 लाख से अधिक रेनॉ और निसान के वाहनों का प्रोडक्शन किया गया है और यहां तैयार वाहनों को 108 देशों में निर्यात किया गया है।
कंपनी का बयान
निसान मोटर इंडिया के प्रेसिडेंट और डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट, बिज़नेस ट्रांसफॉर्मेशन एएमआईईओ फ्रैंक टोरेस ने कहा कि चेन्नई हमारे लिए एक महत्वपूर्ण निर्यात केंद्र है और शुरुआत से ही हमने दुनिया भर के बाज़ारों की सेवा के लिए 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' सिद्धांत का पालन किया है।
हम 2022 में अपने 10 लाख कारों के निर्यात का कार्तिमान बनाते हुए, ओरंगदम में अपने प्लांट में बने वाहनों के लिए नए निर्यात गंतव्यों को जोड़ना जारी रखा है। वैश्विक रेनॉ निसान अलायंस ने हाल ही में भारत के लिए एक नई दीर्घकालिक दृष्टि, उत्पादन और अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को बढ़ाने, इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश करने और कार्बन-तटस्थ प्रोडक्शन को अपनाने की घोषणा की है।