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क्या है मोदी सरकार का सबसे बड़ा डर जो बन गया है आपके लिए खुशखबरी?

PM Narendra Modi की अगुवाई वाली Modi 2.0 ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) पर GST कम करने की घोषणा की थी जिसे GST Council ने कुछ दिनों पहले ही लागू कर दिया

By Shridhar MishraEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 04:49 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 07:28 PM (IST)
क्या है मोदी सरकार का सबसे बड़ा डर जो बन गया है आपके लिए खुशखबरी?
क्या है मोदी सरकार का सबसे बड़ा डर जो बन गया है आपके लिए खुशखबरी?

नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। PM Narendra Modi की अगुवाई वाली मोदी सरकार लगातार इलेक्ट्रिक व्हीकल को  बढ़ावा दे रही है। ऐेसे में हाल ही में GST Council ने इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रिक चार्जर पर GST की दरों को 12% से घटा कर 5% कर दिया है। यह उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, जो इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने की सोच रहे हैं। दरअसल GST की दरें घटने से ई-रिक्शा से लेकर इलेक्ट्रिक कार और बाइक की कीमतें सस्ती हो गई हैं। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि इसमें ऐसा क्या है जो मोदी सरकार के चुनौती बन रहा है, तो इसका जवाब है दिन-ब-दिन जहरीला होता वातावरण, जिसके चलते Narendra Modi की Modi 2.0 एक के बाद एक कई बड़े फैसले ले रही है।

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(भारत में सस्ती हुईं बिजली से चलने वाली गाड़ियां- नीचे वीडियो में देखें...)

क्या है मोदी सरकार का डर?

हर साल ठंड के दिनों में देश की राजधानी दिल्ली SMOG की चादर में डूब जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण हवा में फैला प्रदूषण है। पिछले कुछ सालों में प्रदूषण का स्तर इस हद तक जा चुका है कि राज्य सरकार को Odd-Even जैसी पॉलिसी को लागू करना पड़ा। ऐसे में सरकार को डर है कि अगर समय रहते सही फैसला नहीं लिया गया तो न सिर्फ दिल्ली का हाल और भी बदतर होगा बल्कि, दूसरे मेट्रो सिटीज में भी लोगों का रहना मुश्किल हो जाएगा।

क्या है सरकार का लक्ष्य?

दरअसल नीति आयोग का लक्ष्य साल 2023 तक सभी तीन-पहिया वाहन को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलना है। वहीं, 2025 तक 150सीसी से कम वाली बाइक या स्कूटर को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलना है।

(बदल गए ट्रैफिक के नियम, 10 गुना ज्यादा कटेगा चालान- नीचे वीडियो में देखें...)

इलेक्ट्रिक वाहनों पर क्यों मेहरबान है मोदी सरकार?

इलेक्ट्रिक व्हीकल से Zero Emission होता है। इनसे न तो कोई धुंआ निकलता है और नहीं ये आवाज करते हैं। यानी इलेक्ट्रिक वाहनों से पर्यावरण को किसी भी तरह का कोई भी नुकसान नहीं होता है।

GST के पीछे की क्या है कहानी?

इलेक्ट्रिक वाहनों पर 7 फीसद GST घटने के पीछे इनकी बिक्री को बढ़ाना है। दरअसल सरकार चाहती है कि लोग पेट्रोल या डीजल की गाड़ियों को खरीदने के बजाए इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदें। ऐसे में GST घटने से इलेक्ट्रिक गाड़ीयों की कीमतें भी घटी हैं, जिनसे इनकी बिक्री भी बढ़ेगी।

ई-रिक्शा की बढ़ेगी बिक्री

पिछले साल आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में मौजूदा दौर में करीब 15 लाख ई-रिक्शा (e rickshaw) चल रहे हैं, जो चीन में साल 2011 से अबतक बेची गईं इलेक्ट्रिक कारों की संख्या से ज्यादा हैं। ए.टी. कर्नी नाम की एक कंसल्टिंग फर्म की रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में हर महीने करीब 11,000 नए ई-रिक्शा सड़कों पर उतारे जा रहे हैं। ऐसे में GST घटने से इनकी बिक्री में और भी तेजी आएगी।

ये है पूरी कहानी

मोदी सरकार के लिए प्रदूषण सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। ऐसे में सरकार GST की दरों को घटाकर इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देना चाहती है। इससे फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों की संख्या में कमी आएगी, जिसका सीधा असर पर्यावरण पर पड़ेगा।

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