Bharat NCAP Rating: अब भारत में मिलेगी वाहन को 'स्टार रेटिंग', ट्वीट कर नितिन गडकरी ने दी जानकारी
भारत में कार कितनी सेफ है इसको लेकर ग्लोबल NCAP ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है। भारत के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया है कि भारत अब खुद की कार सेफ्टी रेटिंग दे सकेगा और ये क्रैश टेस्ट रेटिंग Bharat NCAP जारी करेगा।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर बताया कि अब कार के सुरक्षा की जिम्मेदारी का Bharat NCAP को सौंपी गई है। कार में सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए कई कंपनियां अपनी नई कार की असेसमेंट कराती है। इन कार की रेटिंग के लिए Global NCAP (New Car Assessment Program)के पास अपनी कार को भेजना पड़ता है पर अब सरकार सेफ्टी का एक नया पहल लेके आई है। अब भारत कार की सेफ्टी खुद ही करेगा और अपनी कार को सेफ्टी रेटिंग दे सकेगा इस रिपोर्ट को क्रैश टेस्ट रेटिंग Bharat NCAP जारी करेगा। आपको बता दें इसे नितिन गडकरी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ट्वीट करके जीएसआर नोटिफिकेशन (GSR Notifications) को मंजूर कर दिया है।
Bharat-NCAP अब देगा रेटिंग
एक कंज्यूमर सेंट्रिक प्लेटफॉर्म के रूप में Bharat-NCAP काम करेगा। इस प्लेटफॉर्म के बदौलत अब लोगों की सुरक्षा को देखते हुए नए वाहनों के निर्माण के बाद भारत में क्रैश टेस्टिंग और उनके प्रदर्शन के आधार पर स्टार-रेटिंग दे सकेगा।
नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दी जानकारी
I have now approved the Draft GSR Notification to introduce Bharat NCAP (New Car Assessment Program), wherein automobiles in India shall be accorded Star Ratings based upon their performance in Crash Tests. @PMOIndia— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) June 24, 2022
नितिन गडकरी ने ट्वीट कर बताया कि Bharat (न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम ) NCAP के तहत काम कर रहा है। इस प्रोग्राम के जरिए ग्राहकों को स्टार रेटिंग के आधार पर सुरक्षित कार मिल पाएगी और इस रेटिंग के जरिए लोग अपनी कार सुरक्षा के लिहाज से खरीद सकेंगे। भारत में स्टार रेटिंग वाहन निर्माता कंपनियों को एक सुरक्षित कार बनाने के लिए प्रेरित करेगा। भारत एनसीएपी को शुरू करने के लिए ड्रॉफ्ट जीएसआर नोटिफिकेशन (GSR Notifications) को नितिन गडकरी ने मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही भारत में बनने वाली कार के निर्यात को बढ़ाने का मौका मिलेगा और देश के ऑटो सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।