Move to Jagran APP

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को लेकर नितिन गडकरी की योजना, 5 साल में 15 लाख करोड़ टर्नओवर का लक्ष्य

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अगले पांच वर्षों के भीतर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के टर्नओवर को दोगुनी करने का लक्ष्य बना रहे हैं। मंत्री का कहना है कि ऑटो इंडस्ट्री के टर्नओवर को बढ़ाकर 15 लाख करोड़ करने का लक्ष्य है।

By Atul YadavEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 01:48 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 08:56 AM (IST)
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को लेकर नितिन गडकरी की योजना, 5 साल में 15 लाख करोड़ टर्नओवर का लक्ष्य
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को लेकर नितिन गडकरी की योजना, 5 सालों में 15 लाख करोड़ टर्नओवर का लक्ष्य

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ऑटो इंडस्ट्री के विकास की दिशा में अथक प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों के भीतर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के टर्नओवर को बढ़ाकर 15 लाख करोड़ करना है, जबकि अभी टर्नओवर 7.5 लाख करोड़ है, जिसमें से केवल निर्यात का 3 करोड़ रुपये टर्नओवर है।

loksabha election banner

ग्रेटर नोएडा में मारुति सुजुकी और टोयोटा Toyota Tsusho ग्रुप की सरकार द्वारा अप्रूव्ड स्क्रैपिंग सुविधा के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने देश के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए अपना दृष्टिकोण बताया।

स्क्रैपिंग सुविधा के उद्घाटन के दौरान बोले मंत्री

देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी Maruti और Toyota Tsusho Group’s ने मिलकर इय यूनिट का निर्माण किया है, जहां हर साल लगभग 24 हजार पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप में तब्दील किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस प्लांट में हर महीने 2,000 वाहनों को स्क्रैप करने की क्षमता होगी और एक वाहन को स्क्रैप करने में तीन घंटे से अधिक समय लगेगा।

उन्होंने कहा, "मेरा लक्ष्य अगले पांच साल के भीतर ऑटो उद्योग का टर्नओवर 15 लाख करोड़ तक बनाना है।"

2070 तक जीरो कार्बन एमिशन बनाने का लक्ष्य

जैसा कि सरकार का भारत को 2070 तक जीरो कार्बन एमिशन बनाने का लक्ष्य है। इसी बात पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए परिवहन प्रणाली में सीएनजी, एलएनजी, ग्रीन हाइड्रोजन, इथेनॉल ईंधन और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही है। बता दें, लक्ष्य की घोषणा हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने COP26 शिखर सम्मेलन में की थी।

देश में फॉसिल फ्यूल का वर्तमान आयात 8 लाख करोड़ रुपये है और यह आंकड़ा अगले पांच वर्षों में 25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसे कम करने और वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार कृषि को ऊर्जा और बिजली क्षेत्रों में विविधता लाने पर काम कर रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.