FASTag न लगाने की वजह से NHAI ने वाहनों से वसूला 20 करोड़ रुपये का डबल टोल
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अब तक 18 लाख वाहनों से FASTag ने लगा होने की वजह से 20 करोड़ रुपये का डबल टोल वसूला है। (फोटो साभार NHAI)
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में पिछले साल सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर टोल वसूलने के लिए सभी वाहनों पर FASTag लगाना अनिवार्य किया था। अब NHAI ने 18 लाख डिफॉल्टर्स से 20 करोड़ रुपये का फाइन लिया है, यह डिफॉल्टर्स वह थे जिन्होंने बिना FASTag लगे व्हीकल से नेशनल हाईवे पर FASTag लेन में एंट्री की थी।
दिसंबर में पूरे देश में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम को शुरू करते हुए कहा था कि FASTag के बिना FASTag लेन में एंट्री करने वाले व्हीकल्स से डबल टोल चार्ज लिया जाएगा। NHAI ने कहा कि वर्तमान में FASTag वाले व्हीकल्स को खास महत्व देने के लिए बिना FASTag वाले वाहनों को रोका जा रहा है और डबल टोल चार्ज लिया जा रहा है, इससे तरह से लोगों को FASTags अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। NHAI ने आगे कहा, "भारत में अब तक FASTags लेन में बिना टैग वाले व्हीकल ले जाने पर 18 लाख व्हीकल्स से करीब 20 करोड़ रुपये तक का डबल चार्ज लिया जा चुका है।
NHAI द्वारा इंप्लिमेंट किए गए RFID बेस्ड FASTag इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम की बदौलत नेशनल हाईवे पर लोगों की मुश्किलें कम हुई हैं और इससे काफी हद तक यात्रियों को राहत मिली है। अब तक कई प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) से करीब 1.55 करोड़ से ज्यादा FASTags जारी किए जा चुके हैं। NHAI ने देखा है कि FASTags की बिक्री बढ़ रही है, जिससे पता चल रहा है कि लोग इस डिजिटल सिस्टम को समझ रहे हैं और अपने व्हीकल्स पर FASTags को लगा रहे हैं।
अब तक FASTags को देशभर में अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और FASTags की वजह से टोल बूथ पर कलेक्शन में ट्रांसपेरेंसी भी बढ़ रही है। नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर FASTag के जरिए टोल कलेक्शन को बढ़ाने के लिए NHAI ने FASTag के लिए 100 रुपये फीस को 15-29 फरवरी, 2020 तक माफ किया है। अगर आपने अब तक अपने व्हीकल पर FASTag नहीं लगवाया है तो आप अपने व्हीकल की RC के साथ किसी भी ऑथोराइज्ड प्वाइंट-ऑफ-सेल पर जा सकते है फ्री में NHAI FASTag ले सकते हैं।