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ताबड़तोड़ चालान काट कर मुंबई Traffic Police हुई अमीर, एक साल में कमाए इतने करोड़ रुपये

मुंबई की Traffic Police ने 2018 में Traffic Rules को तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कुल 139 करोड़ रुपये का चालान किया है

By Shridhar MishraEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 05:09 PM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 05:09 PM (IST)
ताबड़तोड़ चालान काट कर मुंबई Traffic Police हुई अमीर, एक साल में कमाए इतने करोड़ रुपये
ताबड़तोड़ चालान काट कर मुंबई Traffic Police हुई अमीर, एक साल में कमाए इतने करोड़ रुपये

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Traffic Rules को तोड़ने वालों के लिए हमारी आज की खबर किसी चेतावनी से कम नहीं है। दरअसल मुंबई की ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) ने पिछले साल यानी की 2018 में जमकर चालान काटे हैं। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस की कुल कमाई 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की हो गई है। न्यूज एजेंसी IANS ने अपने ट्विटर अकांउट पर इसकी जानकारी दी है। ट्वीट में बताया गया है कि इसे लेकर RTI में एक याचिका दायर की गई, जिसका जवाब 27 अगस्त को मिला है। RTI में बताया गया है कि पिछले साल अलग-अलग नियमों को तोड़ने पर मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने कई पेनाल्टीस लगाईं। इनमें Mumbai Traffic Police को साल भर में कुल 139 करोड़ की कमाई हुई है।

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दरअसल केंद्र सरकार ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कई खस्त एक्शन उठा रही है। इनमें हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा से पास हुआ Motor Vehicles Amendment Bill है। यह बिक अब कानून की शकल ले चुका है, जो 1 सितंबर से यह पूरे देशभर में लागू हो जाएगा। इस बिल में कई सख्त प्रावधान शामिल किए गए हैं, जिनमें ट्रैफिक के नियमों को तोड़ने पर आपको 10 गुना तक ज्यादा चालान भरना पड़ सकता है। वहीं, कुछ मामलों में जेल तक हो सकती है। इस पर हमने एक वीडियो भी किया है, जिसे आप नीचे देख सकते हैं....

दरअसल Motor Vehicles Amendment Bill को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जब लोकसभा में पेश किया, तब उन्होंने सड़क हादसों में मारे गए लोगों को लेकर कई आंकड़े पेश किए। गडकरी ने बताया कि देश में हर साल 1.5 लाख लोगों की सड़क हादसे में मौत होती है। वहीं, 5 लाख लोग हर साल एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं। गडकरी ने इस दौरान कहा था कि पांच साल कोशिश करने के बाद भी केवल 3 से 4 फीसद हादसे कम हो पाए हैं, जिसे वो अपने विभाग की सबसे बड़ी नाकामी मानते हैं।


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