मूडीज ने Tata Motors की रेटिंग को किया अपग्रेड, कहा- 2025 तक बदलने वाली है पूरी तस्वीर
Tata Motors के लिए B1 कॉरपोरेट फैमिली रेटिंग (सीएफआर) और B1 सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग की भी पुष्टि की है। कहा गया है कि टाटा मोटर्स मार्च 2025 तक नेट जीरो ऑटोमोटिव ऋण लक्ष्य का पीछा कर रही है। (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की पॉपुलर वाहन निर्माता कंपनी Tata Motors के रेटिंग आउटलुक को मूडीज (Moody's) ने अपग्रेड किया है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को कहा कि उसने टाटा मोटर्स पर अपने रेटिंग आउटलुक को स्थिर से पॉजिटिव में बदला है। आपको बता दें कि मूडीज ने Tata Motors के लिए B1 कॉरपोरेट फैमिली रेटिंग (सीएफआर) और B1 सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग की भी पुष्टि की है।
Tata Motors की बढ़ गई साख
Moody's के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट कौस्तुभ चौबल ने एक बयान में कहा कि रेटिंग की पुष्टि और आउटलुक में सकारात्मक बदलाव हमारी उम्मीद को दर्शाता है। उनका कहना है कि पिछली कुछ तिमाहियों में टाटा मोटर की क्रेडिट प्रोफाइल में पर्याप्त सुधार हुए हैं और उन्होने इसे अगले 12-18 महीनों तक और बेहतर होने की उम्मीद जताई है।
उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ते वॉल्यूम और प्रॉफिटेबिलिटी से कंपनी की कमाई और फ्री कैश फ्लो एक्सपेंशन को सपोर्ट मिलेगा, जिससे कर्ज में कमी आएगी।
2025 तक बदलने वाली है तस्वीर
मूडीज ने कहा कि यह अनुमान है कि मार्च 2022 के स्तर से मार्च 2024 तक ऑटो प्रमुख अपने सकल ऋण को लगभग 40 प्रतिशत कम कर देगा। उम्मीद है कि कंपनी की ओर से मार्च 2023 के अंत तक एक चौथा ऋण कम कर दिया जाएगा।
मूडीज ने कहा कि उसे उम्मीद है कि कंपनी के समग्र ऑटोमोटिव परिचालन में निरंतर सुधार होगा। कहा गया है कि टाटा मोटर्स इंडिया के संचालन के लिए मांग की संभावनाएं उज्ज्वल बनी हुई हैं। कहा गया है कि टाटा मोटर्स मार्च 2025 तक नेट जीरो ऑटोमोटिव ऋण लक्ष्य का पीछा कर रही है।
पैसेंजर वाहन और EV पर दारोमदार
टाटा मोटर्स आने वाले वर्षों में अपने पैसेंजर वाहन और Electric Vehicles की दम पर नए पर व्यवसाय में उन्नति करेगी। मूडीज के अनुसार भारत की अनुकूल जनसांख्यिकी और देश के नागरिकों की लगातार बढ़ती आय के चलते पैसेंजर वाहनों की मांग बढ़ेगी।
मूडी के विचार में, विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर नए मॉडल और वेरिएंट की एक सीरीज और ब्रांडिंग व ग्राहकों की संतुष्टि पर लगातार ध्यान देने से कंपनी के घरेलू सीवी और पीवी व्यवसायों को वित्त वर्ष 2024 के दौरान 8 -10 प्रतिशत की मात्रा में वृद्धि हासिल करने में मदद मिलेगी।