Move to Jagran APP

MG मोटर इंडिया वर्ष 2018 में देगी 1,000 लोगों को नौकरी, 22 फीसद होंगी महिला कर्मचारी

MG मोटर इंडिया इस साल के अंत तक करीब 900 से 1,000 लोगों को नौकरी देने की योजना बना रही है

By Ankit DubeyEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 07:06 PM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 07:07 PM (IST)
MG मोटर इंडिया वर्ष 2018 में देगी 1,000 लोगों को नौकरी, 22 फीसद होंगी महिला कर्मचारी
MG मोटर इंडिया वर्ष 2018 में देगी 1,000 लोगों को नौकरी, 22 फीसद होंगी महिला कर्मचारी

नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। MG मोटर इंडिया इस साल के अंत तक करीब 900 से 1,000 लोगों को नौकरी देने की योजना बना रही है। कंपनी एक भविष्य-तैयार संगठन का निर्माण करने की कोशिश कर रही है जो न केवल एक युवा और स्मार्ट वर्क कल्चर के मामले में उद्योग के मानक तय करेगा, बल्कि विविधता के संदर्भ में भी होगा। कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या में 22 फीसद महिला कर्मचारी पहले से ही तय की गई हैं।

loksabha election banner

MG मोटर इंडिया के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर राजीब छाबा ने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि हम भविष्य में महिला कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगे। इससे कंपनी को फर्क पड़ेगा और इन्हें कंपनी के ड्राइवर सीट पर डाला जाएगा। इस प्रकार इस उद्योग में एकरसता तोड़ी जाएगी।"

कंपनी ने पहले ही 150 लोगों की नियुक्ति की है जिसमें ब्लू और व्हाइट कॉलर वाले लोगों को रखा शॉप फ्लोर पर गया है। इसके अलावा कंपनी ने पहले ही इस बात की घोषणा की है कि वह जनरल मोटर्स के कुछ लोगों को नौकरी देगी।

MG मोटर्स ने घोषणा की है कि वह अगले 3-4 वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी जिसमें पिछले साल यह 2,000 करोड़ रुपये का पहले ही निवेश कर चुकी है। MG मोटर्स चीन की बड़ी वाहन निर्माता कंपनी SAIC मोटर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। कंपनी अपना पहला लॉन्च वर्ष 2019 में करेगी और पहले फेस में सालाना 80,000 यूनिट्स की उत्पादन की क्षमता रखेगी।

SAIC मोटर ने खरीदा 21 साल पुराना जनरल मोटर्स का प्लांट:

SAIC मोटर ने जनरल मोटर्स का हलोल प्लांट खरीदा है जो कि 21 साल पुराना है। साल 2015 में जनरल मोटर्स ने फैसला किया कि पुणे स्थित तालेगांव प्लांट से सारी गतिविधियां चलाई जाएंगी। तालेगांव प्लांट के अलावा जनरल मोटर्स के पास बेंगलुरू में रिसर्च एंड डवलपमेंट और इंजिनियरिंग एंड डिजायन सेंटर भी है। हलोल प्लांट में आखिरी कार के तौर पर टवेरा तैयार की गई, यहां क्रूज़ सेडान का प्रोडक्शन भी होता था लेकिन कुछ वक्त पहले यहां से क्रूज़ का प्रोडक्शन बंद कर दिया गया।

जनरल मोटर्स ने साल 1990 में ओपेल एस्ट्रा कार के साथ भारत में एंट्री की थी, साल 1996 हलोल प्लांट में प्रोडक्शन शुरू हुआ, इस प्लांट में बनने वाली पहली कार एस्ट्रा सेडान थी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.