Maruti Suzuki Jimny 5-Door पुराने K15B पेट्रोल इंजन के साथ दे सकती है दस्तक, जानें क्या होगा खास
भारतीय बाजार में मारुति लोगों के दिलो पर आज से ही नहीं कई सालों से राज करते आ रही है। आपको बता दे कंपनी 5 डोर जिम्नी को लेकर आने की तैयारी में पूरी तरह से जुट चुकी है। इस कार को कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा गया है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारतीय बाजार में जल्द ही 5 डोर वाली मारुति सुजुकी जिम्नी लॉन्च हो सकती है। हालांकि इस कार को कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा जा चुका है। इससे यही अंदेशा लगाया जा सकता है कि कंपनी इसे जल्द ही लॉन्च कर सकती है।
Maruti Suzuki Jimny 5-Door
जिम्नी 5-डोर में सुजुकी की ऑल ग्रिप प्रो 4WD तकनीक हो सकती है इसके साथ ही इसमें माइल्ड-हाइब्रिड तकनीक मिलने की संभावना है। कंपनी इसमें दो गियरबॉक्स भी ऑफर कर रही है।
Maruti Suzuki Jimny 5-Door K15B पेट्रोल इंजन
वर्तमान में 1.5-लीटर K15B पेट्रोल इंजन के साथ कार को बेचा जा रहा जो 1,462cc के साथ आती है और 102hp और 130Nm का पीक टॉर्क जनरेट करती है। इसके इंजन को फाइव स्पीड के गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है। दोनो गियरबॉक्स ऑप्शन के साथ सुजुकी के ऑल ग्रिप प्रो एडब्ल्यूडी सिस्टम जुड़े हैं।
K15B पावरप्लांट का इस्तेमाल जारी रहेगा
रिपोर्ट्स के मुताबिक 5-डोर जिम्नी में भी K15B पावरप्लांट का इस्तेमाल जारी रखा जाएगा। जबकि इसके पावर और टॉर्क आउटपुट समान ही रहेंगे, इसके इंजन को दो माइल्ड -हाइब्रिड तकनीक के साथ जोड़ा गया है।
सभी मॉडलों में डुअल जेट तकनीक का इस्तेमाल हुआ है
हाल ही में, मारुति ने सियाज सेडान को छोड़कर, भारत में बेचे जाने वाले अपने लगभग सभी मॉडलों में डुअल जेट तकनीक का इस्तेमाल किया है। जिसे 1.5-लीटर K15C के साथ बदला जाएगा। लेकिन अर्टिगा फेसलिफ्ट और जिम्नी 3-डोर जैसे विदेशों में बिकने वाले कई मेड-इन-इंडिया मॉडल पुराने K15B यूनिट के साथ जारी रहेंगे। रिपोर्ट्स की माने तो कंपनी मारुति फाइव-डोर जिम्नी पर भी समान फाइव स्पीड मैनुअल और फोर-स्पीड ऑटोमैटिक विकल्प की पेशकश जारी रखेगी। सिक्स-स्पीड ऑटोमैटिक जो वर्तमान में भारत में अधिकांश मारुति मॉडल में पेश किया जा रहा है, वो जिम्नी में नहीं आएगी।
Suzuki AllGrip Pro 4WD कैसे करता है काम
इसमें गियर का इस्तेमाल सही किया गया है इसके मदद से इंजन के टॉर्क को कई गुना बढ़ा देता है। इसके साथ ही इसमें उपलब्ध तीन AllGrip प्रणालियों में से, यह ऑफ-रोड ड्राइविंग के लिए काफी उपयुक्त है। आपको बता दे ड्राइवर टू-व्हील-ड्राइव हाई (2H) का इस्तेमाल कर सकता है और फोर-व्हील-ड्राइव हाई (4H) और ऑफ-रोड या फिसलन वाली स्थितियों के लिए; और फोर-व्हील-ड्राइव लो (4L) मोड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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