देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में टॉप 5 पर मारुति सुजुकी
पिछले वित्त वर्ष में कारों की बिक्री के आकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा बिकने वाली पांचों कारें मारुति सुजुकी की ही हैं
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी का दबदबा घरेलू बाजार में बढ़ता ही जा रहा है। पिछले वित्त वर्ष में कारों की बिक्री के जो आंकड़े मंगलवार को जारी किए गए हैं, उनके मुताबिक सबसे ज्यादा बिकने वाली पांचों कारें मारुति सुजुकी की ही हैं। यही नहीं सबसे ज्यादा बिकने वाली शीर्ष दस कारों में सात मारुति सुजुकी की हैं। अन्य तीन मॉडल कोरियाई कंपनी हुंडई के हैं। अन्य कार कंपनियों के कोई मॉडल ऐसे नहीं है जिनकी बिक्री शीर्ष पांच में पहुंचती दिख रही हो।
सोसायटी ऑफ इंडियन आटोमोबाइल मैन्यूफैक्चर्स (सियाम) ने मार्च, 2018 और पिछले समूचे वित्त वर्ष के देश में वाहनों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। इसके मुताबिक पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत में कुल 32.88 लाख पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई है। इसमें कारों की संख्या 21,73,950 है जो इसके पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 3.33 फीसद ज्यादा है। लेकिन यूटिलिटी व्हीकल्स यानी एसयूवी व एमपीवी आदि की बिक्री में 20.70 फीसद का इजाफा हुआ है और इनकी बिक्री 9,21,780 हो गई।
सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर का कहना है कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान कई तरह की चुनौतियों के बावजूद हर तरह की श्रेणी में बिक्री का बढ़ना एक सकारात्मक बदलाव है। दूसरा सकारात्मक बदलाव यह भी देखने में आया है कि छोटे शहरों व ग्रामीण इलाकों में बिक्री तेजी से बढ़ी है। अभी तक वाहनों की 50 फीसद बिक्री सिर्फ 20 शहरों में हो रही थी लेकिन यह स्थिति अब बदल रही है।
कार बिक्री के आंकड़ों से यह भी लगता है कि आने वाले कुछ वर्षो तक मारुति सुजुकी को कोई खास चुनौती नहीं मिलने वाली है। मारुति सुजुकी ने आलोच्य वर्ष में सबसे ज्यादा 16,43,467 कारों की बिक्री है जो उससे पिछले वर्ष के मुकाबले 13.84 फीसद ज्यादा है। दूसरे स्थान पर रहने वाली हुंडई ने कुल 5,36,241 कारों की बिक्री की है जो 5.21 फीसद ज्यादा है। तीसरे स्थान पर महिंद्रा है जिसकी बिक्री 5.39 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 2,48,859 हो गई है।
सियाम का डाटा यह भी बताता है कि देश में दोपहिया वाहनों की बिक्री एक बार तेज रफ्तार पकड़ चुकी है। देश में बीते वित्त वर्ष में 2.3 करोड़ दोपहिया वाहनों का उत्पादन हुआ है जबकि बिक्री 2.02 करोड़ वाहनों की हुई है। इनकी बिक्री में 14.8 फीसद का इजाफा हुआ है। सियाम का कहना है कि हर तरह के वाहनों में बिक्री तब हुई है जब ऑटोमोबाइल उद्योग को लेकर सरकार की नीति काफी अस्थिर रही है। चालू वर्ष के दौरान बड़ी कारों व एसयूवी को ग्राहक ज्यादा पसंद करेंगे। छोटी कारों को लेकर ग्राहकों का उत्साह लगातार घट रहा है।