Maruti Gypsy EV टेस्टिंग के दौरान हुई स्पॉट, सिंगल चार्ज पर दे सकती है 120 किमी रेंज?
इसकी टॉप स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। वहीं ये इलेक्ट्रिक जिप्सी सिंगल चार्ज पर 120 किमी की रेंज देने में सक्षम है। इसको 15A सॉकेट में प्लग करके लगभग 9 घंटे में बैटरी को रिचार्ज किया जा सकता है। (जागरण फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। मारुति जिप्सी ईवी को टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। इस ईवी की खासियत ये है कि इसे इंडियन आर्मी के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है। इसे भारतीय सेना के सहयोग से IIT दिल्ली और टैडपोल प्रोजेक्ट्स के साथ मिलकर डेवलप किया जा रहा है।
बैटरी पैक और रेंज
Gypsy EV में 21.7 kWh, 72 वोल्ट बैटरी पैक का इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो दावा किया गया है कि इसकी टॉप स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। वहीं ये इलेक्ट्रिक जिप्सी सिंगल चार्ज पर 120 किमी की रेंज देने में सक्षम है। इसको 15A सॉकेट में प्लग करके लगभग 9 घंटे में बैटरी को रिचार्ज किया जा सकता है।
हाल ही में किया गया था शोकेस
इन रेट्रोफिटेड Electric Gypsy को सेना कमांडरों के चल रहे सम्मेलन में प्रदर्शित किया गया। जहां इस ईवी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब फैलते हुए देखी गई थी।
क्या जिम्नी भी भारतीय सेना में हो सकती है शामिल?
जिम्नी के पेश होने के बाद यह सवाल उठता है कि क्या भारतीय सेना इसमें दिलचस्पी लेगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय सेना में जिम्नी को शामिल करने के बारे में भारतीय सेना विचार कर सकती है। जिम्नी में एयरबैग, एबीएस, पावर स्टीयरिंग या मैनुअल एयर कंडीशनिंग जैसी लेटेस्ट सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं, जबकि जिप्सी में ये फीचर्स देखने को नहीं मिलेंगे। यही वजह है कि भारतीय सेना इस एडवांस ऑफर रोडर गाड़ी को अपने लिए इस्तेमाल कर सकती है
मारुति Gypsy इतनी भरोसेमंद गाड़ी है, जिसकी 35 हजार से अधिक गाड़ियों को भारतीय सेना इस्तेमाल करती है। क्योंकि, यह वो गाड़ी है, जो किसी भी परिस्थिति में, ऊबड़-खाबड़ सड़को पर आसानी से चलने के लिए जानी जाती है। मारुति जिम्नी के आने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि Gypsy की जगह मारुति जिम्नी ले सकती है।