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ऑटो एक्सपो 2018 में भाग नहीं लेंगी ये कंपनियां, जानिये बड़ी वजह

8 से 14 फरवरी तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में चलने वाले इस ऑटो एक्सपो में इस बार कुछ बड़ी ऑटो कंपनियां आपको देखने को नहीं मिलेंगी।

By Bani KalraEdited By: Published: Mon, 15 Jan 2018 06:01 PM (IST)Updated: Tue, 06 Feb 2018 09:03 PM (IST)
ऑटो एक्सपो 2018 में भाग नहीं लेंगी ये कंपनियां, जानिये बड़ी वजह
ऑटो एक्सपो 2018 में भाग नहीं लेंगी ये कंपनियां, जानिये बड़ी वजह

नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। ऑटो एक्सपो 2018 के शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं। 8 से 14 फरवरी तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में चलने वाले इस ऑटो एक्सपो में इस बार कुछ बड़ी ऑटो कंपनियां आपको देखने को नहीं मिलेंगी। इस रिपोर्ट से समझिए क्या है इसके पीछे की वजह।

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ये कंपनियां ऑटो एक्सपो 2018 में हिस्सा नहीं लेंगी: 

इस बार के ऑटो एक्सपो में करीब 30 ऑटो कंपनियां हिस्सा नहीं लेंगी। इनमें फॉक्सवैगन इंडिया, स्कोडा इंडिया, फोर्ड इंडिया, ऑडी इंडिया, निसान इंडिया, जनरल मोटर्स इंडिया, डुकाटी इंडिया और हार्ले डेविसन जैसी कंपनियां शामिल हैं। इतना ही नहीं इस लिस्ट में 3 बड़ी ऐसी भी कंपनियां है जो ट्रक बनाती हैं

ऑटो शो में हिस्सा न लेने की बड़ी वजह: 

ऑटो एक्सपो में स्पेस और सेटअप के लिए कम से कम 30-50 करोड़ रुपये की आवश्यकता होती है। शो देखने जो लोग आते हैं वो सिर्फ गाड़ियों को देखने के लिए ही आते हैं। खरीदारी से उनका कोई मतलब नहीं होता। हालांकि, महत्वपूर्ण बात यह है कि इंटरनेट पर हर चीज़ इतनी जल्दी से लीक हो जाती ही कि किसी नए प्रोडक्ट की गोपनीयता बनाये रखना काफी मुश्किल हो जाता है जिससे किसी भी नए मॉडल की अपील खत्म हो जाती है।

ऑटो एक्सपर्ट की राय:

ऑटो एक्सपर्ट रंजॉय मुख़र्जी ने बताया कि इस बार करीब 30 कंपनियां ऑटो एक्सपो में हिस्सा नहीं ले रही हैं क्योंकि CII ने इस बार कास्टिंग बढ़ा दी है। लैंड स्पेस काफी महंगा हो गया है, इतना ही नहीं हॉल के सेटअप को तैयार करने में भी काफी खर्चा आता है। दूसरी बात यह भी है कि आज भी दिल्ली के मुकाबले ग्रेटर नॉएडा की कनेक्टिविटी बहुत अच्छी नहीं हैं और लॉजिस्टिक भी काफी महंगा पड़ता है। जिस उद्देश्य से ऑटो एक्सपो में गाड़ियां प्रदर्शित की जाती हैं वो कभी पूरा नहीं होता और सबसे बड़ी बात यह है कि ऑटो एक्सपो से किसी भी कंपनी की बिक्री में इजाफ़ नहीं होता। कंपनियां जितना पैसा ऑटो एक्सपो में खर्च करती हैं उसका कोई लाभ नहीं मिल पाता ऐसे में ऑटो कंपनियों ने अब अपने हाथ खींच लिए हैं।

ऑटो एक्सपो 2016 के दौरान ये कंपनियां थी बाहर:

साल 2016 के शुरुआत में बजाज ऑटो, हार्ले-डेविडसन इंडिया और रॉयल एनफील्ड ने उच्च भागीदारी लागत और अपर्याप्त रिटर्न का हवाला देते हुए ऑटो एक्सपो में हिस्सा नहीं लिया था। इन्हीं कारणों की वजह से इस साल भी ये कंपनियां ऑटो एक्सपो 2018 में भाग लेने से कतरा रही हैं।

ये नई कंपनियां लेंगी हिस्सा:

ऑटो एक्सपो 2018 के दौरान कुछ नई कार कंपनियां भी अपने नए मॉडल्स के साथ हिस्सा लेंगी। इनमें कोरियन किया, एमजी मोटर यूनिट, चीन की SAIC और फ्रांस की प्यूजो शामिल हैं।


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