महिंद्रा की दमदार SUVs खरीदने के लिए करना पड़ सकता है लंबा इंतजार, जानें क्या है वजह
महिंद्रा एंड महिंद्रा सेमी कंडक्टर की कमी से जूझ रहा है जिसके चलते कंपनी ने अपना 25 फीसद प्रोडक्शन कम करने का फैसला लिया है। कंपनी के इस फैसले से एसयूवीज का निर्माण कम होगा जिसके चलते वाहनों का वेटिंग पीरियड बढ़ सकता है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में कोविड-19 के चलते पैदा हुए हालातों की वजह से ऑटोमोबाइल सेक्टर को काफी नुकसान रहा है। हालात अब पहले की तुलना में काफी सुधर गए हैं और वाहनों की बढ़ी हुई बिक्री की रिपोर्ट से ये बात साफ़ भी हो जाती है। हालांकि, अभी भी कुछ दिक्कतें हैं, जिनके चलते ऑटो इंडस्ट्री अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रही है। आपको बता दें कि सेमी कंडक्टर्स की कमी भी इन्हीं दिक्कतों में से एक है, जो ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर रही है, जिसके चलते वाहनों का प्रोडक्शन या तो कम हो रहा है या फिर हो ही नहीं रहा है। महिंद्रा एंड महिंद्रा भी ऐसी ही एक कंपनी है, जो इन कारणों के चलते अपने वाहनों का प्रोडक्शन कम करने को मजबूर है।
दरअसल महिंद्रा एंड महिंद्रा की तरफ से हाल ही में जानकारी दी गई है कि कंपनी सेमीकंडक्टर की कमी से जूझ रही है और इसी वजह से प्रोडक्शन प्लांट सात दिनों के लिए बंद रहेंगे, जिसके चलते उसके ऑटोमोटिव डिवीजन के उत्पादन में 25 प्रतिशत तक की कटौती की जाएगी।
कंपनी इस महीने अपने ऑटोमोटिव डिवीजन प्लांट्स में लगभग 7 दिनों के लिए 'नो प्रोडक्शन डेज' मनाएगी। इसके चलते वाहनों के उत्पादन में 20 से 25 प्रतिशत की कमी आने की संभावना है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटोमोटिव डिवीजन के प्रोडक्शन प्लांट चाकन, नासिक, कांदिवली, जहीराबाद और हरिद्वार में स्थित हैं।
हालांकि, कंपनी ने कहा कि उसकी नई एसयूवी XUV7OO के उत्पादन रैंप-अप और लॉन्च योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, "बुकिंग शुरू होने की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।
एमएंडएम ने यह भी कहा कि उसके ट्रैक्टर संचालन, निर्यात, ट्रक और बस व्यवसाय और तिपहिया उत्पादन "उपरोक्त व्यवधान से अप्रभावित" हैं। फाइलिंग में कहा गया है, "चूंकि स्थिति गतिशील है, कंपनी आपूर्ति की स्थिति की सावधानीपूर्वक समीक्षा कर रही है और प्रभाव को कम करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।"
इससे पहले मंगलवार को देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने कहा था कि उसे सितंबर में हरियाणा में अपने संयंत्रों और गुजरात में मूल सुजुकी की इकाई में कुल वाहन उत्पादन की उम्मीद है, जो सेमीकंडक्टर की कमी के कारण सामान्य उत्पादन का सिर्फ 40 प्रतिशत है।