महिंद्रा इस नाम से उतार सकती है अपनी दमदार हाई रेंज इलेक्ट्रिक कार!
आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर 1968 से रॉय डोरिंग की फोर्ड प्रीफेक्ट इलेक्ट्रिक कार की विशेषता वाला एक वीडियो साझा किया। महिंद्रा ने इसमें यह भी लिखा कभी भी अपने समय से आगे होने से डरो मत।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में ऑटोमोबाइल कंपनियां अपनी फ्यूल कारों के साथ ही इलेक्ट्रिक कारों पर भी फोकस कर रही हैं। दरअसल ये इलेक्ट्रिक कारें ग्राहकों के लिए बेहद जरूरी हैं क्योंकि ये ग्रीन एनर्जी ओर चलती हैं साथ ही साथ हर महीने ग्राहकों की जेब पर पड़ने वाले बोझ को भी कम करती हैं। आपको बता दें कि अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ ही भारत में महिंद्रा एंड महिंद्रा भी इलेक्ट्रिक कारों में अच्छी-खासी दिलचस्पी दिखा रहा है। आपको बता दें कि आनंद महिंद्रा अपने ट्विटर अकाउंट से लगातार अपने यूजर्स के लिए पोस्ट करते रहते हैं। इस बार उन्होंने जो पोस्ट किया है उसे लेकर ऑटो सेक्टर में नई चर्चा शुरू हो गई है जी इलेक्ट्रिक कार को लेकर है।
सोमवार को आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर 1968 से रॉय डोरिंग की फोर्ड प्रीफेक्ट इलेक्ट्रिक कार की विशेषता वाला एक वीडियो साझा किया। उन्होंने यह भी लिखा, "कभी भी अपने समय से आगे होने से डरो मत। उन्होंने यह भी लिखा है कि (और मुझे लगता है कि एक नई इलेक्ट्रिक कार जिसे 'डोरिंग' कहा जाता है, एक महान श्रद्धांजलि और एक महान विचार होगा)।
आनंद महिंद्रा का ये ट्वीट ऑटोमोटिव समुदाय के बीच तुरंत वायरल हो गया। अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि महिंद्रा एक नई इलेक्ट्रिक कार पर काम कर रही है जो 'डोरिंग' नाम के साथ आएगी।
Never be afraid of being ahead of your time… #MondayMotivation
(And I think a new electric car called a ‘Doring’ would be a great tribute and a great idea) pic.twitter.com/OqX9WlBlrs— anand mahindra (@anandmahindra) September 13, 2021
वीडियो में 1959 100E फोर्ड प्रीफेक्ट दिखाया गया है जिसे रॉय डोरिंग द्वारा इलेक्ट्रिक मॉडल के रूप में चलाने के लिए परिवर्तित किया गया था। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ऑस्ट्रेलिया में पहली बिजली से चलने वाली सेडान कहा जाता है। साथ ही, डोरिंग द्वारा इलेक्ट्रिक कारों के रूप में परिवर्तित 51 वाहनों में से यह अंतिम था। EV को पहली बार सिडनी में 2018 ऑस्ट्रेलिया दिवस कार्निवाल में प्रदर्शित किया गया था।
विशेष रूप से फोर्ड कार मूल रूप से चार सिलेंडर पेट्रोल मोटर द्वारा संचालित थी। डोरिंग ने 13 एक्साइड बैटरी और 3 kW इलेक्ट्रिक मोटर के साथ फिट करके कार को EV में बदल दिया। इसे घरेलू 240V सॉकेट द्वारा चार्ज किया जाता था। फुल चार्जिंग में 3-8 घंटे लगते थे। कार 60 किमी प्रति घंटे की शीर्ष गति पर एक बार चार्ज करने पर 70 किमी दौड़ने में सक्षम थी।
मौजूदा समय में हमारे देश में जो इलेक्ट्रिक कारें मौजूद हैं उनकी रेंज 300 से 400 किलोमीटर प्रति चार्ज है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि महिंद्रा इस इलेक्ट्रिक कार को उतारती है तो ये भी अच्छी-खासी रेंज देने में सक्षम होगी। हालांकि अभी इस कार के बारे में कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है ऐसे में ये इलेक्ट्रिक कार कब तक भारत में लॉन्च होगी इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है।