महिंद्रा ने फोर्ड से फिर मिलाया हाथ, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और ग्लोबल डिस्ट्रिब्यूशन को मिलेगा बढ़ावा
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने फोर्ड से 12 साल बाद मोबिलिटी क्रायक्रम, कनेक्टेड व्हिकल प्रोजेक्ट, इलेक्ट्रिफिकेशन, प्रोडक्ट डेवल्पमेंट डिस्ट्रीब्यूशन और महिंद्रा की ग्लोबल मार्केट में पहुंच बढ़ाने के लिए करार किया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश की दिग्गज कार निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने मिशिगन की ऑटो कंपनी फोर्ड से 12 साल बाद फिर करार किया है। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों कंपनियां इस करार के बाद एक दूसरे के मजबूत पहलुओं का इस्तेमाल कर सकेंगी। दोनों कंपनियों के बीच यह समझौता मोबिलिटी क्रायक्रम, कनेक्टेड व्हिकल प्रोजेक्ट, इलेक्ट्रिफिकेशन, प्रोडक्ट डेवल्पमेंट डिस्ट्रीब्यूशन और महिंद्रा की ग्लोबल मार्केट में पहुंच बढ़ाने के लिए हुआ है।
महिंद्रा की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों कंपनियों का करार शुरुआत में 3 महीने के लिए हुआ है। इसके बाद दोनो कंपनियों के बीच की आगे की रणनीति पर इस समयसीमा के अंत में विचार किया जाएगा। फोर्ड के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट जिम फर्ले के मुताबिक फोर्ड भारतीय मार्केट के लिए प्रतिबद्ध है और यह करार उन्हें भारतीय ग्राहकों को बेहतर गाड़ियां और सेवाएं मुहैया कराने में मदद कर सकता है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयंका के मुताबिक इस करार से दोनो कंपनियों के लिए नई संभावनाएं खुलेंगी। दोनो कंपनियों के बीच इससे पहले 1995 में भी करार हुआ था लेकिन 2005 में दोनो कंपनियां अलग हो गईं थी, अब 12 साल के बाद फिर से दोनो ने हाथ मिलाया है। दोनो कंपनियां पावरफुल एसयूवी गाड़ियां बनाती हैं। महिंद्रा के एक्सयूवी, टीयूवी, स्कॉर्पियो और केयूवी मॉडल्स देश में काफी पसंद किए जाते हैं तो फोर्ड की एंडेवर को भी भारतीय बाजार में काफी अच्छी प्रतिक्रियाएं मिलती है।