इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने का ये है नया फार्मूला
दुनियाभर की सरकारें भी अब ऑटो मोटिव इंडस्ट्री से लगातर क्लीन एनर्जी की तरफ जाने की बात कर रही हैं। और पेट्रोल-डीजल से इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर शिफ्ट होने की बात पर भी जोर दिया जा रहा है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। महिंद्रा और फोर्ड ने 12 साल बाद फिर एक साथ हाथ मिलाया है। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों कंपनियां इस करार के बाद एक दूसरे के मजबूत पहलुओं का इस्तेमाल कर सकेंगी। दोनों कंपनियों के बीच यह समझौता मोबिलिटी क्रायक्रम, कनेक्टेड व्हिकल प्रोजेक्ट, इलेक्ट्रिफिकेशन, प्रोडक्ट डेवल्पमेंट डिस्ट्रीब्यूशन और महिंद्रा की ग्लोबल मार्केट में पहुंच बढ़ाने के लिए हुआ है।
ये कंपनियां लायेंगी 2022 तक 12 नए मॉडल्स
इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में रेनो-निसान और मित्सुबिशी अलायंस ने 2022 तक 12 नए मॉडल्स को लॉन्च करने का टारगेट रखा है ये तीनों कंपनियां एक दूसरे के सहयोग से कॉमन प्लेटफार्म, और नई टेक्नोलॉजी को बढ़ाएंगी और इसके लिए ये तीनों कंपनियां तेजी से इलेक्ट्रिक कारों के प्रोडक्शन बढा रही हैं। महिंद्रा की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों कंपनियों का करार शुरुआत में 3 महीने के लिए हुआ है। इसके बाद दोनो कंपनियों के बीच की आगे की रणनीति पर इस समयसीमा के अंत में विचार किया जाएगा।
इसलिए पड़ी जरूरत
भारत में पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों में इस समय मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, महिंद्रा जैसी कंपनियों का दबदबा है। लेकिन इनमें से किसी भी कंपनी ने इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में अपनी कोई खास पहचान नहीं बनाई है। ऐसे में अब इन कंपनियों को इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में काम करने की जरूरत है जिसके लिए हैवी इन्वेस्टमेंट, R&D, नई तकनीक पर काम करना होगा, जिसके इसके लिए कुछ ऐसी कंपनियों से हाथ मिलाना होगा जो इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में मजबूत खिलाड़ी हों।
पेट्रोल-डीजल से इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर शिफ्ट
दुनियाभर की सरकारें भी अब ऑटो मोटिव इंडस्ट्री से लगातर क्लीन एनर्जी की तरफ जाने की बात कर रही हैं। और पेट्रोल-डीजल से इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर शिफ्ट होने की बात पर भी जोर दिया जा रहा है। जो कंपनियां पहले से ही इस सेगमेंट में मौजूद हैं वो इस मार्किट को आगे बढ़ाना चाहती हैं और साथ ही नई टेक्नोलॉजी का भी इंतजार है।
महिंद्रा ने किया 600 करोंड़ रुपये का निवेश
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के पक्ष में हमेशा रहने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा भारत में इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में सबसे आगे रही है। कंपनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल आर्म और ई2ओ रेंज से शुरू अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए 600 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
टोयोटा, सुजुकी लगा रही लीथियम-आयन प्लांट
जापान की दिग्गज कार कंपनी टोयोटा और सुजुकी की साझेदारी भारत में लीथियम-आयन का प्लांट लगा रही है, ताकि भविष्य में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को इन फैक्ट्री से रोलआउट किया जा सके।
मारुति ने EV के लिए किया खुद को तैयार
मारुति सुजुकी ने भी वित्त वर्ष 2017 की सालाना रिपोर्ट में शेयरधारकों को बताया कि कंपनी देश में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) भविष्य के लिए खुद को तैयार कर रही है।
हुंडई 2019 में उतारेगा इलेक्ट्रिक कार
साउथ कोरिया की बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर्स 2019 के शुरुआत में भारत में इलेक्ट्रिक कारें उतारने पर विचार कर रही है और हाइब्रिड कार बनाने की योजनाओं को छोड़ दिया है।