भारतीय ऑटो कम्पोनेंट्स इंडस्ट्री की तेज ग्रोथ, 3.45 लाख करोड़ का किया आंकड़ा पार
भारतीय ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री ने 2017-18 में पहली बार 18.3 फीसद वृद्धि के साथ 3.45 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लिया है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में इस वित्त वर्ष अच्छी वृद्धि देखने को मिली है। ऑटो कम्पोनेट्स इंडस्ट्री ने भी इस बढ़त में अच्छा योगदान दिया है। भारतीय ऑटो कम्पोनेंट्स इंडस्ट्री ने 2017-18 में पहली बार 18.3 फीसद वृद्धि के साथ 3.45 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लिया है। पिछले वित्त वर्ष में इस इंडस्ट्री का टर्नओवर 2.92 लाख करोड़ रुपये रहा था।
इस दौरान ऑटो कम्पोनेंट्स का एक्सपोर्ट पिछले वित्त वर्ष के 73,128 करोड़ रुपये से 23.9 फीसद बढ़कर 90,571 करोड़ रुपये हो गया। ऑटोमोटिव कम्पोनेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोशिएसन ऑफ इंडिया (ACMA) ने अपने बयान में यह जानकारी दी। आपको बता दें कि ACMA भारतीय ऑटो कम्पोनेंट्स इंडस्ट्री की शीर्ष संस्था है। ऑर्गेनाइज सेक्टर से लगभग 800 से ज्यादा कम्पोनेंट्स मैनन्युफैक्चरर्स इसके मेंबर हैं।
सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट (34 फीसद) यूरोप में किया गया। इसके बाद नॉर्थ अमेरिका में 28 फीसद और एशिया में 25 फीसद रहा । सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट होने वाले कम्पोनेंट्स में ड्राइव ट्रांसमिशन और स्टीयरिंग, इंजन कम्पोनेंट्स, बॉडी/चेसिस, सस्पेंशन और ब्रेकिंग आदि कम्पोनेंट्स रहे।
एक्सपोर्ट के अलावा इंपोर्ट में इस दौरान बढ़ोतरी देखने को मिली। 2017-18 में इंपोर्ट पिछले वित्त वर्ष के 90,571 करोड़ रुपये से 17.8 फीसद बढ़कर 1,06,672 करोड़ रुपये हो गया। 60 फीसद इंपोर्ट एशिया से किया गया। वहीं यूरोप से 30 फीसद और नॉर्थ अमेरिका से 8 फीसद इंपोर्ट किया गया।
ACMA की डायरेक्टर जनरल विनी मेहता ने कहा कि इस साल वाहन इंडस्ट्री की ओवरऑल परफॉर्मेंस में उछाल देखने को मिला है। कम्पोनेंट्स इंडस्ट्री ने इस दौरान शानदार ग्रोथ की है।