इंडिया रेटिंग्स ने ऑटो सेक्टर का संशोधित आउटलुक किया पेश
इंडिया रेटिंग के मुताबिक इस आउटलुक से ऑटो इंडस्ट्री में नकारात्मक वृद्धि यानी गिरावट की झलक मिलती है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने ऑटो सेक्टर के आउटलुक को स्टेबल से स्टेबल-टू-निगेटिव कर दिया है। एजेंसी ने यह आउटलुक चालू वित्त वर्ष की बाकी छमाही के लिए आंका है। चालू वित्त वर्ष के अक्टूबर से मार्च के बीच ऑटो सेक्टर में क्रेडिट फ्लो के लचीला रहने का अंदाजा लगाया गया है। इंडिया रेटिंग के मुताबिक इस आउटलुक से ऑटो इंडस्ट्री में नकारात्मक वृद्धि यानी गिरावट की झलक मिलती है। बीते कुछ समय से शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं के बीच मांग में लगातार गिरावट देखी गई है। क्रेडिट के सीमित होने और लागत में बढ़ोतरी के चलते मांग में कमी का संकट और गहरा गया।
इंडिया रेटिंग्स को वित्त वर्ष 2019-20 में आठ-नौ फीसद की नकारात्मक वृद्धि यानी गिरावट की आशंका है। एजेंसी के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में यात्री वाहन सेक्टर का कारोबार सपाट रहने की उम्मीद है। कॉमर्शियल वाहनों की वृद्धि को पटरी पर लौटने में वक्त लगेगा। फिलहाल चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान इसमें नकारात्मक वृद्धि की आशंका बनी हुई है। एजेंसी के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से सिंतबर के दौरान सेक्टर में तेज गिरावट दर्ज की गई, लेकिन दूसरी छमाही के दौरान वृद्धि सपाट से कम और एक अंक में रहने की उम्मीद है।
देश में कई ऑटोमोबाइल कंपनियां पिछले कुछ महीनों से लगातार अपने वाहनों की बिक्री में गिरावाट देख रही हैं। वहीं कई कंपनियों को इस फेस्टिव सीजन से काफी उम्मीद है कि इससे बिक्री में बढ़त मिल सकती है और कंपनियां वापस उसी रास्ते पर आ सकती हैं। फेस्टिव सीजन को देखते हुए कई कंपनियों ने ग्राहकों को आकर्षक ऑफर्स की पेशकश शुरू कर दी है।
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