इन 4 तरीकों से करें असली Engine Oil की पहचान, नकली इंजन ऑयल को कहें बाय-बाय
इंजन ऑयल ठीक ना हो तो इससे न सिर्फ इंजन की परफॉर्मेंस कम होती है बल्कि इसकी लाइफ भी कम हो जाती है। दरअसल आजकल कुछ लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में डुप्लीकेट इंजन ऑयल का इस्तेमाल करते हैं।
नई दिल्ली, ऑटोडेस्क। किसी भी कार या बाइक के इंजन में सबसे जरूरी चीज होती है इंजन ऑयल, अगर इंजन ऑयल ठीक ना हो तो इससे न सिर्फ इंजन की परफॉर्मेंस कम होती है बल्कि इसकी लाइफ भी कम हो जाती है। दरअसल आजकल कुछ लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में डुप्लीकेट इंजन ऑयल का इस्तेमाल करते हैं ऐसे में ग्राहक की बाइक के इंजन पर काफी असर पड़ता है। अगर आपको इंजन ऑयल की पहचान नहीं है तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि असली और नकली इंजन ऑयल में कैसे फर्क किया जाता है।
होलोग्राम: होलोग्राम किसी भी प्रोडक्ट के ओरिजिनल होने का सबसे बड़ा सबूत है। दरअसल होलोग्राम को खास तरीके से तैयार किया जाता है जिससे इसे कॉपी ना किया जा सके। ज्यादातर ओरिजिनल इंजन ऑयल पर इस तरह के होलोग्राम डिजाइन होते हैं जिनसे इनकी ओरिजिनैलिटी का पता चलता है। वहीं डुप्लीकेट इंजन ऑयल पर होलोग्राम नहीं मिलेंगे और अगर होलोग्राम होते भी हैं तो वह असली से बिल्कुल अलग होते हैं। असली होलोग्राम में कंपनी का लोगो और कंपनी का नाम साफ तौर पर दिखाई देता है।
पैकेजिंग: ओरिजिनल इंजन ऑयल बेहद ही शानदार पैकेजिंग में आता है। यह ऑयल जिस बोतल में होता है वह खास तरीके से बनाई जाती है। ये बोतल अच्छी क्वालिटी के प्लास्टिक से तैयार की जाती है। इन बोतलों पर कंपनी की ब्रांडिंग होती है और स्टीकर भी लगा रहता है। वही नकली इंजन ऑयल की बोतलें बेहद ही सस्ते मटीरियल से तैयार की जाती है जिनसे आप इन्हें आसानी से पहचान सकते हैं।
सील: आपने अगर ब्रांडेड इंजन ऑयल की बोतल देखी होगी तो इस पर काफी आकर्षक सील लगाया जाता है। सील दो तरह का होता है एक प्लास्टिक का जो बोतल के ढक्कन पर लगा रहता है तो वहीं दूसरा सिल्वर फॉइल जैसा होता है। ये दोनों ही सील सिर्फ ओरिजिनल इंजन ऑयल की बोतल पर होते हैं। डुप्लीकेट इंजन ऑयल की बोतल पर आपको सिर्फ एक ही सील मिलता है।
क्वालिटी: अगर आप इन तीनों चीजों से भी असली इंजन ऑयल की पहचान ना कर पाए तो आपको प्रोडक्ट की क्वालिटी चेक कर लेनी चाहिए। जब आप सील खोलेंगे और इंजन ऑयल को बाहर निकालेंगे तो यह हल्के गुलाबी या हल्के भूरे रंग का होता है। यह ना ज्यादा पतला होता है और ना ही ज्यादा गाढ़ा होता है। अगर ऑयल का कलर ज्यादा चटक हो या फिर यह ज्यादा पतला हो तो इसका मतलब है कि इसमें किसी तरह की मिलावट की गई है। इन तरीकों को अपनाकर आप अपनी कार और मोटरसाइकिल के इंजन को दुरुस्त रख सकते हैं क्योंकि अगर इंजन ऑयल नकली हो तो यह इंजन पर बुरा असर डालता है।