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Honda बंद कर सकती है अपनी ग्रेटर नोएडा फैक्ट्री, गुजरात में भी बेचेगी जमीन

भारतीय बाजार में मंदी के चलते होंडा अपने परिचालन के पुनर्गठन के तरीके देख रही है

By Ankit DubeyEdited By: Published: Tue, 29 Oct 2019 02:49 PM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 02:49 PM (IST)
Honda बंद कर सकती है अपनी ग्रेटर नोएडा फैक्ट्री, गुजरात में भी बेचेगी जमीन
Honda बंद कर सकती है अपनी ग्रेटर नोएडा फैक्ट्री, गुजरात में भी बेचेगी जमीन

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Honda Car India लिमिटेड भारत में काफी लंबे समय से मौजूद है। भारतीय बाजार में मंदी के चलते होंडा अपने परिचालन के पुनर्गठन के तरीके देख रही है। जापानी कार निर्माता कंपनी की पिछले चार वर्षों में बिक्री लगभग आधी हो गई है। ऐसे में कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को बंद करने की योजना बना रही है। होंडा कार इंडिया की बिक्री चालू वित्त वर्ष में 1 लाख यूनिट्स से भी कम रही है।

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बाजार में खर्च हुए पैसे की वसूली करने और गिरती बिक्री के साथ ब्रांड की रणनीति को पुन: प्राप्त करने के लिए ब्रांड कथित तौर पर अपनी ग्रेटर नोएडा निर्माण सुविधा को बेच देगा। होंडा कार इंडिया के पास भारत में दो मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है, जिसमें से एक नोएडा में है और दूसरा राजस्थान के तापूकारा में मौजूद है। ईटी ऑटो में प्रकाशित खबर के अनुसार कंपनी अपने मैन्युफैक्चरिंग को आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा से हटाकर तापूकारा में शिफ्ट कर देगी। इसके अलावा होंडा ने विस्तार के तौर पर कुछ साल पहले गुजरात में जमीन खरीदी थी, लेकिन इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि कार निर्माता यहां की जमीन भी बेच देगी।

होंडा की ग्रेटर नोएडा फेसिलिटी भारत में कंपनी की पहली यूनिट है। इस प्लांट का एक हिस्सा रिसर्च एंड डेवलेपमेंट हब में परिवर्तित भी हो सकता है। इसके अलावा कंप्लीटली नॉक डाउन (CKD) प्रोडक्ट्स के लिए एक छोटी सी असेंबली लाइन सुविधा में शुरू हो सकती है।

मौजूदा समय में ग्रेटर नोएडा प्लांट में प्रोडक्शन की सालाना क्षमता 1.2 लाख यूनिट्स है। हालांकि, मंदी के चलते प्रोडक्शन अब 2,500 यूनिट्स प्रति महीना हो गया है, जो कि सालाना 30,000 यूनिट्स बैठती है। यह इस प्लांट की सिर्फ 20 फीसद ऑरिजनल प्रोडक्शन क्षमता है।

हालांकि होंडा कार्स का कहना है कि मौजूदा स्थिति में ऑटो सेक्टर मंदी से गुजर रहा है। चालू वित्त वर्ष में ऑटो की बिक्री में तेजी से गिरावट आई है। हम अपनी बिक्री की स्थिति से मेल खाने के लिए अपने 2 प्लांट्स के बीच हमारे प्रोडक्शन वॉल्यूम का लगातार ऑप्टिमाइजिंग कर रहे हैं और इसका किसी भी प्लांट को बंद करने से कोई लेना-देना नहीं है। HCIL भारत की विकास क्षमता पर दृढ़ता से विश्वास करता है और हमारा लक्ष्य हमेशा जरूरी सप्लाई के साथ बाजार में रिकवरी के लिए तैयार रहना है।

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