फोर्ड की इलेक्ट्रिक वाहनों पर बड़ी तैयारी, 2030 तक यूरोप लाइनअप पूरी तरह से होगा इलेक्ट्रिफाइड
कंपनी के 2026 तक यूरोप में बिक्री के लिए उपलब्ध सभी यात्री वाहन इलेक्ट्रिक होंगे और 2030 तक यूरोप में इसकी वाणिज्यिक वाहन बिक्री का दो तिहाई हिस्सा भी इलेक्ट्रिक या प्लग-इन होगा। बता दें कंपनी का जर्मनी में मौजूद प्लांट यूरोप में पहला इलेक्ट्रिक वाहन प्लांट होगा।
नई दिल्ली,रायटर। Ford To be Electrified In Europe By 2030: इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दूनिया में एक नई शुरूआत हो चुकी है। सभी कंपनियां अपने लाइनअप को इस दिशा में अपडेट करने पर काम कर रही है। हाल ही में फोर्ड मोटर कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह यूरोप में अपनी कार लाइनअप को 2030 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कर देगी।
कार निर्माता ने कहा कि यह जर्मनी के कोलोन में अपने वाहन असेंबली प्लांट को परिवर्तित करने के लिए अगले 30 महीनों में $1 बिलियन का निवेश करेगी। बता दें, कंपनी का जर्मनी में मौजूद प्लांट यूरोप में पहला इलेक्ट्रिक वाहन प्लांट होगा। फोर्ड के यूरोपीय परिचालन के प्रमुख (Stuart Rowley) स्टुअर्ट रोवले ने एक समाचार सम्मेलन के दौरान कहा कि, "यह यूरोपीय क्षेत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।"
फोर्ड ने कहा कि "इसका पहला यूरोपीय-निर्मित ऑल-इलेक्ट्रिक यात्री वाहन 2023 तक प्लांट में तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी वहां एक दूसरा मॉडल बनाने पर विचार कर रही है।" यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कार निर्माता का फॉक्सवैगन एजी के साथ एक गठबंधन है, जिसके तहत फोर्ड अपने जर्मन पार्टनर के एमईबी इलेक्ट्रिक वाहन प्लेटफॉर्म का उपयोग कुछ मॉडल बनाने में करेगी। रोवले ने कहा कि कोलोन में तैयार किया जाने वाला मॉडल फॉक्सवैगन के एमईबी प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाला पहला होगा।
वहीं कंपनी के 2026 तक यूरोप में बिक्री के लिए उपलब्ध सभी यात्री वाहन इलेक्ट्रिक होंगे और 2030 तक यूरोप में इसकी वाणिज्यिक वाहन बिक्री का दो तिहाई हिस्सा भी पूरी तरह से इलेक्ट्रिक या प्लग-इन होगा। कंपनी ने कहा कि उसके पास 2024 तक वर्तमान में उपलब्ध पूरी कमर्शियल रेंज के प्लग-इन हाइब्रिड या पूर्ण-इलेक्ट्रिक वर्जन को पेश किया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें, हाल ही में JLR ने भी अपने वाहनों को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक करने की घोषणा की है।