Ford India कर्मचारियों के लिए तैयार कर रही है 'Settlement Package' तमिलनाडु सरकार ने की घोषणा
फोर्ड इंडिया ने इस महीने की शुरुआत में देश में अपना परिचालन बंद करने की घोषणा की थी और कहा था कि वह केवल आयात किए गए वाहनों की ही बिक्री करेगी। बता दें फोर्ड ने अपने चेन्नई और साणंद संयंत्रों में लगभग 2.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया है
नई दिल्ली, भाषा। Ford India Production Update: अमेरिका की वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड इंडिया देश में अपनी दो विनिर्माण इकाइयों को बंद करने के निर्णय के चलते चर्चा में है। बीते दिन हमनें आपको बताया था, कि कंपनी के कुछ कर्मचारी संयंत्र के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं आज खबर है, कि कंपनी कर्मचारियों के साथ एक समझौता पैकेज की घोषणा करने की प्रक्रिया में है।
फोर्ड इंडिया ने इस महीने की शुरुआत में देश में अपना परिचालन बंद करने की घोषणा की थी और कहा था कि वह केवल आयात किए गए वाहनों की ही बिक्री करेगी। बता दें, फोर्ड ने अपने चेन्नई और साणंद (गुजरात) संयंत्रों में लगभग 2.5 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश किया है, इन कारखानों में तैयार किए गए इकोस्पोर्ट, फिगो और एस्पायर जैसे वाहनों की बिक्री बंद की जाएगी।
बुधवार को, चेंगलपेट, तिरुवल्लूर और चेन्नई के फोर्ड के 50 से अधिक ऑटो पार्ट्स आपूर्तिकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद, ग्रामीण उद्योग मंत्री टीएम अंबारसन ने कहा कि सरकार को जानकारी मिली है कि फोर्ड एक ''Settlement package' की घोषणा करने की प्रक्रिया में है। इस महीने की शुरुआत में फोर्ड के फैसले के बारे में रिपोर्ट सामने आने के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कर्मचारियों की आजीविका की सुरक्षा के बारे में चर्चा की, जिसमें एक अन्य वाहन निर्माता द्वारा सुविधा को संभालने की व्यवहार्यता भी शामिल है ...
फोर्ड इंडिया के लिए ईंधन और ब्रेकिंग सिस्टम के उत्पादन में लगी एक कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे लगभग 300 लोगों को रोजगार देते हैं और फोर्ड से होने वाले नुकसान के लिए फोर्ड से 25 करोड़ रुपये का दावा करने की प्रक्रिया में हैं। बाद में, एक सवाल का जवाब देते हुए, अनबरसन ने कहा, "फोर्ड ने 2022 तक अपने कारखाने को बंद करने के अपने फैसले की घोषणा की है और हमें जानकारी मिली है कि यह कर्मचारियों को एक समझौता पैकेज की घोषणा करने की प्रक्रिया में है।
सरकार द्वारा की गई टिप्पणियों के बारे में संपर्क करने पर, फोर्ड इंडिया ने कहा, "हम संघों और अन्य हितधारकों के साथ काम करेंगे ताकि प्रभाव को संतुलित करने और पुनर्गठन से सीधे प्रभावित लोगों की देखभाल करने में मदद मिल सके।"