फोर्ड ने भारत में बेची 10 लाख कारें, डालिये कंपनी के सफर पर एक नजर
फोर्ड इंडिया ने भारत में 10 लाख कारें बेच दी हैं। कंपनी की दस लाखवीं कार फोर्ड फ्रीस्टाइल टाइटैनियम का पेट्रोल वेरिएंट थी।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। फोर्ड इंडिया ने भारत में 10 लाख कारें बेच दी हैं। कंपनी की दस लाखवीं कार फोर्ड फ्रीस्टाइल टाइटैनियम का पेट्रोल वेरिएंट थी। इसके ग्राहक को कंपनी के एमडी अनुराग महरोत्रा ने चाबी सौंपी। फोर्ड फ्रीस्टाइल कंपनी की सबसे नई गाड़ी है। इसे इस साल अप्रैल में भारत में लॉन्च किया गया था। इसकी कीमत 5.09 लाख रुपये (एक्स शोरूम दिल्ली) से शुरू होती है।
इस मौके पर बात करते हुए अनुराग महरोत्रा ने कहा कि यह एक बड़ी बात है। मैं इसके लिए हर कर्मचारी, डीलर्स और ग्राहकों को धन्यवाद देता हूं। भारत के साथ फोर्ड का जुड़ाव काफी पुराना है। यह सबसे पहले 1926 में फोर्ड मोटर कंपनी ऑफ कनाडा की सब्सिडियरी के तौर पर शुरू हुई थी, जो 1954 में बंद हो गई। उसके बाद कंपनी ने 1995 में भारत में दोबारा एंट्री ली। तब कंपनी ने महिंद्रा के साथ ज्वाइंट वेंचर किया। बाद में 1998 में कंपनी ने खुद को फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के तौर पर खुद को स्थापित कर लिया।
1998 से कंपनी ने भारत में लगभग 13675 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। अपने शुरुआती दिनों में कंपनी ने एस्कॉर्ट, मोंडियो और फॉर्ड आइकॉन जैसी कारें बनाईं। पहली दो कारें महंगी कीमत के कारण अधिक सफल नहीं हो पाई, लेकिन आइकॉन का काफी सफलता मिली। 2010 से कंपनी ने नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करने शुरू कर दिए। कंपनी ने इसके बाद फिगो हैचबैक, सबकॉम्पैक्ट एसयूवी इकोस्पोर्ट आदि लॉन्च की। इन्हें भारतीय बाजार में अच्छी सफलता मिली है। 2016 में कंपनी ने भारत में अपनी आइकॉनिक कार मस्टांग लॉन्च की थी। कंपनी ने हाल ही में फोर्ड फ्रीस्टाइल को बाजार में उतारा था। इस गाड़ी को ग्राहकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।