भारत में जनरल मोटर्स का सफर एक क्लिक में जानें
भारतीय बाज़ार में बुरे दौर से गुज़र रही जनरल मोटर्स ने आखिरकार यहां से अपना कारोबार समेटने की घोषणा कर ही दी, घोषणा के मुताबिक 31 दिसंबर 2017 से कंपनी भारत में शेवरले कारों की बिक्री
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय बाज़ार में बुरे दौर से गुज़र रही जनरल मोटर्स ने आखिरकार यहां से अपना कारोबार समेटने की घोषणा कर ही दी, घोषणा के मुताबिक 31 दिसंबर 2017 से कंपनी भारत में शेवरले कारों की बिक्री पूरी तरह से बंद कर देगी। हालांकि कंपनी का कहना है कि वारंटी, सर्विस और मेंटिनेंस जैसी सेवाएं जारी रहेंगी। भारत में जनरल मोटर्स का अब तक का सफ़र कैसा रहा आइये जानते हैं।
GM का इतिहास
जनरल मोटर्स ने साल 1990 में ओपेल एस्ट्रा कार के साथ भारत में एंट्री की थी। साल 1996 हलोल प्लांट में प्रोडक्शन शुरू हुआ। इस प्लांट में बनने वाली पहली कार एस्ट्रा सेडान थी। साल 2003 में जनरल मोटर्स ने शेवरले ब्रांड को यहां उतारा, इसकी पहली कार फॉरेस्टर और ऑप्ट्रा थी, इन्हें जनरल मोटर्स द्वारा अधिग्रहित की गई कंपनी देवू मोटर्स ने तैयार किया था। इसके बाद साल 2004 में कंपनी ने इसुज़ु द्वारा तैयार की गई शेवरले टवेरा को उतारा, यही इकलौती कार है जो कंपनी को अभी तक बिक्री के आंकड़े दे रही है।
भारत में शेवरले के 100
लगभग 100 साल से भारतीय वाहन बाजार में शेवरले धूम नमचाने धमाल मचाने वाली अमेरिका की वाहन जनरल मोटर्स ने इस साल के अंत तक घरेलू बाजार में अपने वाहनों की बिक्री बंद करने की घोषणा की है। हालांकि, कंपनी ने कहा है कि नियार्त के लिए वह भारत में अपना उत्पादन संयंत्र चालू रखेगी।
1928 में बॉम्बे शुरू की फैक्ट्री
वर्ष 1918 में शेवरले की बिक्री के केजनरल मोटर्स ने पहली बार भारतीय बाजार में अपनी धमक दी थी। कंपनी ने 1928 में बॉम्बे में एक फैक्ट्री खोली लेकिन 1958 में अन्य विदेशी वाहन निमार्ता कंपनियों के साथ इसने भी भारत से विदाई ले ली।
1995 में फिर से रखा कदम
कई वर्षो बाद जनरल मोटर्स दोबारा 1995 में यहां आयी लेकिन काफी कोशिशों के बाद ही भारत के तेजी से उभरते बाजार में एक फीसदी से भी कम हिस्सा बना पायी और अब अंतत: इसने 22 साल बाद दोबारा भारतीय बाजार को अलविदा कह दिया है।
भारत में कंपनी की ये गाड़ियां है मौजूद
भारत में जनरल मोटर्स ने शेवरले ब्रांड के तहत छोटी कार बीट, प्रीमियम छोटी कार सेल युवा, सेडान कार सेल, MPV टवेरा, लग्जरी कर क्रूज़ और SUV ट्रेलब्लेज़र को उतार हुआ है।
बंद हुआ हलोल प्लांट
28 अप्रैल 2017 से जनरल मोटर्स इंडिया ने गुजरात स्थित हलोल प्लांट बंद कर दिया है। इस प्लांट में तकरीबन 600 कर्मचारी काम करते है और इसके बंद हो जाने से इनकी रोजी रोटी पर असर पड़ेगा। कंपनी ने 2016 में प्लांऔट को बंद करने की पहले ही घोषणा कर दी थी। गुजरात वडोदरा के हालोल में अप्रेल 1996 में अमरीकी कंपनी जनरल मोटर्स ने कार का उत्पा दन शुरू किया था। लगातार घाटे के चलते 2015 में कंपनी ने एक साल बाद इस प्लां ट को बंद करने का फैसला किया था।