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बरसात में कितनी सेफ हैं इलेक्ट्रिक कारें, जानें क्या है सच और मिथक

मानसून के मौसम की बात होती है तो लोगों को लगता कि इलेक्ट्रिक कारें इस दौरान सुरक्षित साबित नहीं होती हैं। इस बात में कितनी सच्चाई है और कितना झूट है यहां हम आपको इलेक्ट्रिक वाहन से जुड़ी पूरी जानकारी दे रहे हैं। (फोटो साभार Tata Motors)

By Sajan ChauhanEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 02:35 PM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 02:35 PM (IST)
बरसात में कितनी सेफ हैं इलेक्ट्रिक कारें, जानें क्या है सच और मिथक
Tata Nexon EV (फोटो साभार: Tata Motors)

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इलेक्ट्रिक वाहनों ने पिछले कुछ सालों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में धीरे-धीरे बढ़त हासिल की है। इलेक्ट्रिक वाहन बेशक प्रदर्शन के मामले में आईसीई इंजन से अधिक न हो पर उनसे कम भी नहीं हैं। आज भी इलेक्ट्रिक इंजन को लेकर लोगों के बीच कुछ मिथक हैं। खासतौर पर जब बरसात के मौसम की बात होती है तो उनकी क्षमता पर सवाल उठते हैं। लोगों को लगता है कि क्या बरसात के मौसम में इलेक्ट्रिक वाहन ठीक से काम कर पाएंगे या नहीं। अगर आपके मन में भी कुछ इसी प्रकार के सवाल हैं तो हम Electric vehicle के बारे में कुछ मिथकों के बारे में बता रहे हैं। Tata Motors के EV & X4, PVBU प्रोडक्ट लाइन डायरेक्टर आनंद कुलकर्णी ने दैनिक जागरण से बातचीत में यह बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर क्या मिथक हैं और उनकी क्या सच्चाई है।

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जलभराव वाले इलाके में इलेक्ट्रिक व्हीकल खराब हो जाते हैं?

कुलकर्णी ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों में एक (इंग्रीस प्रोटेक्शन) सिस्टम यानी कि सुरक्षा प्रणाली होती है। इलेक्ट्रिक वाहन में आईपी रेटिंग वाहन के आधार पर IP65 या IP67 रेटिंग हो सकती है। ये अंक वाहनों में दो तत्व पानी और धूल के खिलाफ उनकी सुरक्षा करते हैं। इस प्रकार अधिक अंक वाहन की ज्यादा सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। फिलहाल इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों में IP67 रेटिंग आ रही है। टाटा की Nexon EV भी IP67 रेटिंग वाली बैटरी पैक के साथ आती है। सुरक्षा के लिए ये काफी है, क्योंकि IP67 रेटिंग बैटरियों का इस्तेमाल खास उपकरण जैसे पनडुब्बियों के लिए होता है। IP67 रेटिंग यह सुनिश्चित करती है कि आप किसी वाहन को एक मीटर तक की गहराई में 30 मिनट के लिए बिना किसी लीकेज के डुबा सकते हैं। ऐसे में जलभराव या बाढ़ वाली जगहों पर जब वाहन के करीब 300 मिमी की गहराई में जाने पर भी टर्मिनल, कनेक्टर्स और वाहन के हाई वॉल्टेज डिजाइन को नुकसान नहीं पहुंचता है। इलेक्ट्रिक कार को पानी में चलाने पर कोई खराबी नहीं आती है। बैटरी पैक में सभी सिस्टम के अंदर प्रोटेक्टिव कटऑफ की कई परतें दी गई होती हैं। ये परतें पानी आने से पहले ही सक्रिय होती हैं। वहीं मैन बैटरी पैक में कार के अन्य हिस्सों से खुद को इलेक्ट्रिकली तौर पर अलग करने की क्षमता होती है।

बिजली गिरने की स्थिति में इलेक्ट्रिक वाहनों में अधिक खतरा?

मानसून के दौरान कई बार बिजली गिरने जैसी घटनाएं भी होती हैं। लोगों को ऐसा डर रहता है कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर इसका असर हो सकता है। वहीं सच यह है कि अगर बिजली वाहन पर गिरती है तो ऐसे में आप कार के अंदर सुरक्षित हो सकते हैं। जब बिजली कार पर गिरती है तो वह उसकी बाहरी सतह पर गिरती है जो कि मैटल की होती है। Nexon EV का मजबूत स्ट्रक्चर प्रबलित स्टील से तैयार किया गया है जो कि फुल फ्रंट, साइड इंपेक्ट और ऑफसेट इंपेक्ट रेगुलेशन का अनुपालन करती है। कार को सभी मौसम के हिसाब से तापमान की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए तैयार किया गया है।

बरसात में इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करना खतरनाक?

लोगों को यह डर रहता है कि बरसात के मौसम में इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करना खतरनाक होता है, क्योंकि पानी बिजली की संचालन करता है। हालांकि सच यह है कि इलेक्ट्रिक कार चार्जर मौसमरोधी होते हैं और खासतौर पर कार और इंसान दोनों को बिजली का झटका लगने से बचाने के लिए डिजाइन किए गए होते हैं। इलेक्ट्रिक वाहन के चार्जर की कड़े तरीके से टेस्टिंग की जाती है कई सेफ्टी नॉर्म्स को पास करना पड़ता है। इसके अलावा इलेक्ट्रिकल कनेक्टर्स के साथ अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों को वाटरप्रूफ बनाना बहुत ही जरूरी है। Nexon EV का बैटरी पैक AIS 048 (नेल पेनिट्रेशन), क्रश टेस्ट, ओवरचार्ज प्रोटेक्शन, शॉक प्रोटेक्शन और शॉर्ट प्रोटेक्शन समेत कई सेफ्टी टेस्ट का अनुपालन करती है।

इलेक्ट्रिक कार के अन्य फीचर्स के इस्तेमाल से प्रभावित होती है रेंज?

इलेक्ट्रिक कारों में अन्य फीचर्स जैसे एसी या लाइट्स आदि के इस्तेमाल से चार्जिंग की खपत ज्यादा नहीं होती है। इसी तरह से बारिश के मौसम में विंडस्क्रीन वाइपर, डिफॉगर और हेड या टेल लैंप के इस्तेमाल से रेंज पर कोई असर नहीं पड़ता है। बैटरी पैक को डिजाइन करते वक्त ही इन फीचर्स के इस्तेमाल पर खपत को ध्यान में रखा जाता है। 30.2 kWh बैटरी के साथ आने वाली Tata Nexon EV ग्राहकों को एक बार चार्ज होने पर 312 किमी की रेंज प्रदान करती है। 

इलेक्ट्रिक कारों को हर प्रकार की प्रतिकूल परिस्थितियों का सामने करने के लिए टेस्टिंग के साथ बनाया गया है जो कि आईसीई इंजन की तरह सक्षम हैं। जब ज्यादा से ज्यादा लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़ी उनकी गलत धारणाएं और मिथक खत्म हो जाएंगे। 


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