Move to Jagran APP

मारुति से लेकर हुंडई तक इन कंपनियों ने भारत में बंद की अपनी ये कारें, जानें वजह

हाल ही में कुछ कार निर्माता कंपनियों ने अपने कुछ मॉडल्स का प्रोडक्शन बंद कर दिया। लेकिन इसके पीछे असली वजह क्या थी

By Bani KalraEdited By: Published: Fri, 14 Jul 2017 05:46 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jul 2017 11:11 AM (IST)
मारुति से लेकर हुंडई तक इन कंपनियों ने भारत में बंद की अपनी ये कारें, जानें वजह
मारुति से लेकर हुंडई तक इन कंपनियों ने भारत में बंद की अपनी ये कारें, जानें वजह

नई दि‍ल्लीं (बनी कालरा)। एक वक्त था जब कोई कार इतनी आसानी से बंद नहीं होती थी। लेकिन अब अगर किसी कार की सेल कम होने लगती है और उसे आये हुए ज्यादा टाइम भी नहीं हुआ हो तो भी कंपनी उस मॉडल को अपग्रेड कर देती है या बंद कर देती है। अभी हाल ही में कुछ कार निर्माता कंपनियों ने अपने कुछ मॉडल्स का प्रोडक्शन बंद कर दिया। लेकिन इसके पीछे असली वजह क्या थी? आइये जानते हैं इस रिपोर्ट में...

loksabha election banner

बंद हुई मारुति सुजुकी रि‍ट्ज
मारुति सुजुकी इंडि‍या ने अभी हाल ही में अपनी पॉपुलर हैचबैक कार रि‍ट्ज की बि‍क्री डोमेस्टि्‍क और इंटरनेशनल मार्केट्स में बंद कर है। साल 2009 में मारुति ने रि‍ट्ज को पेट्रोल और डीजल में लॉन्च किया था। अपने अलग डिज़ाइन की वजह से भी इस कार ने सुर्खियां बटोरी थी।

क्यों हुई बंद?
लॉन्च से लेकर अब तक इस रिट्ज की करीब 4 लाख यूनि‍ट्स ही बिकी थी जोकि बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं है। वही मारुति‍ के मुताबिक अपने प्रोडक्टा पोर्टफोलि‍यो में बदलाव करते हुए पोर्टफोलि‍यो को लगातार रिव्यू कि‍या गया है और नए मॉडल्स को पेश कि‍या गया है।

जिन लोगों के पास रिट्स है वो क्या करें?
कंपनी ने इस बात की पुष्टि की है अगले 10 सालों के लि‍ए रिट्ज के स्पेेयर पार्ट्स और सर्वि‍स बाज़ार में उपलब्ध रहेगी। यानी जिन ग्राहकों के पास अभी रिट्ज है उनको परेशान होने की जरूरत ही नहीं हैं। सोसाइटी ऑफ इंडि‍यन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सि‍आम) के आंकड़ों के मुताबि‍क, कंपनी ने अक्टूबर में रि‍ट्ज का जीरो प्रोडक्शन कि‍या। इतना ही नहीं, कंपनी ने पि‍छले साल अगस्त, सि‍तंबर और अक्टूबर में रि‍ट्ज के क्रमश: 3038, 2525 और 5 यूनि‍ट्स ही बेचे थे।

S-क्रॉस के बेस मॉडल को किया बंद
मारुति सुजकी ने अपनी प्रीमियम एस-क्रॉस के 1.6 लीटर के बेस वेरिएंट को चुपचाप बंद कर दिया है। अब कंपनी एस-क्रॉस का टॉप वेरिएंट (1.6 लीटर) को नेक्सा के जरिये बेच रही है, जिसकी कीमत 12.03 लाख रुपये है। हांलाकि, कंपनी एस-क्रॉस के सभी तीन वेरिएंट्स, जोकि 1.3 लीटर डीजल इंजन में हैं की बिक्री कर रही है। इनकी दिल्ली में शोरूम कीमत 8.78 लाख से 10.63 लाख रुपए है।

मारुति सुजुकी के मुताबिक, ज्यादा फीचर्स के चलते ग्राहक एस-क्रॉस के (1.6 लीटर इंजन) टॉप वेरिएंट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। मारुति सुजुकी हर महीने एस-क्रॉस की 2000 से 2100 यूनिट्स बेच देती है। मारुति सुजुकी ने साल 2015 में एस-क्रॉस को 1.6 लीटर और 1.3 लीटर डीजल इंजन में लॉन्च किया था। एस-क्रॉस की बिक्री मारुति सुजुकी के प्रीमियम शोरूम नेक्सा के जरिये होती है।

इसलिए हुई बंद
कमज़ोर मांग के चलते कंपनी ने यह फैंसला लिया है। ज्यादा कीमत के चलते एस-क्रॉस की बिक्री में गिरावट एक बड़ी वजह है। हालांकि कंपनी ने पिछले साल एस-क्रॉस के 1.6 लीटर वाले वेरिएंट की कीमत 2 लाख रुपये कम की थी। वहीं इसके 1.3 लीटर वेरिएंट की कीमत में 40 हजार रुपये से 60 हजार तक कम किये थे। फिर भी इस कार की बिक्री में बहुत ज्यादा तेजी देखने को नहीं मिली।

हुंडई आई10
आखिरकार 9 साल बाद हुंडई ने भी अपनी छोटी कार आई 10 का प्रोडक्शन बंद कर दि‍या है। आई10 को अपने ही दूसरे मॉडल ग्रैंड आई10 से रि‍प्लेअस कर दि‍या गया है। हुंडई की ग्रैंड आई 10 सबसे कामयाब कारों में से एक रही है लेकिन वक़्त के साथ इसकी चमक फीकी पड़ने लगी और अंत में इसे बाज़ार से हटाना बड़ा।

आई10 को बंद करने के पीछे क्या थी वजह?
हुंडई ने आई10 की औसत सेल 2000 यूनि‍ट्स प्रति‍माह है जबकि‍ ग्रांड आई10 की औसत सेल 11,000 प्रति‍माह है।

सेलेरियो का डीजल हुआ बंद वेरि‍एंट
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी ने अपनी हैचबैक कार सेलेरियो का डीजल वेरिएंट बंद कर दिया है। जनवरी 2017 से ही डीलर्स के पास डीजल सेलेरियो का स्टॉक आना भी बंद हो चुका है। अब सेलेरियो सिर्फ पेट्रोल और CNG वेरिएन्ट्स में ही मिलेगी। कंपनी की ऑफि‍शि‍यल वेबसाइट पर केवल पेट्रोल और सीएनजी वर्जन के ही प्राइस दि‍ख रहे हैं। हालांकि‍, कंपनी की ओर इसे लेकर कोई आधि‍कारि‍क बयान नहीं आया है।

क्या रही वजह ?
सेलेरियो के डीजल वेरिएंट की गिरती मांग के चलते कंपनी ने यह इसे बंद करने का फैंसला लिया है। इसके अलावा इस कार का NVH (Noise Vibration and Harshness) लेवल ठीक नहीं था जोकि इस कार का एक कमज़ोर पहलू साबित हुआ। साल 2016 में सेलेरि‍ओ की सेल अच्छीव खासी रही है। कंपनी ने 90 हजार से ज्याुदा यूनि‍ट्स बेचे हैं। लेकि‍न इसमें ज्याकदातर सेल पेट्रोल और सीएनजी वेरि‍एंट्स की ही है। 4.65 लाख रुपये की शुरूआती कीमत के साथ डीजल सेलेरिओ को साल 2015 में लॉन्च किया था।

बंद हुई होंडा मोबि‍लि‍यो
होंडा कार्स इंडिया ने भी आखिरकार अपनी MPV मोबिलिओ को बंद कर दिया है। यानि अब यह गाड़ी होंडा के शो-रूम में नज़र नहीं आएगी। होंडा ने मोबिलिओ को फैमिली को ध्यान में रखते हुए ही बनाया था लेकिन यह गाड़ी लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाने में असफल साबित हुई।

मोबिलिओ को बंद करने के पीछे थी बड़ी वजह
होंडा ने MPV मोबिलिओ को इसलिए बंद कर दिया, क्योकिं इस गाड़ी की सेल अबतक खराब ही रही है। आंकड़े भी कहते हैं की पिछले महीने एक भी गाड़ी नहीं बिकी। लगातर गिरती बिक्री के चलते कंपनी को आखिर इस गाड़ी को बंद करना। होंडा ने मोबिलिओ को साल 2014 में लॉन्च किया था। तब से लेकर अब तक इस गाड़ी की भारत में केवल 40,789 यूनिट्स ही बिक पाईं है। जोकि बहुत ही खराब प्रदर्शन है। MPV सेगमेंट में इस समय मारुति अर्टिगा की मांग ज्यादा है। मोबिलिओ की कीमत अर्टिगा से ज्यादा थी। ग्राहकों को यह गाड़ी बहुत ज्यादा लुभा नहीं सकी।

सफारी डाइकोर हुई बंद
टाटा मोटर्स की आईकॉनिक SUV सफारी डाइकोर को अपनी वेबसाइट से हटा लिया है। कंपनी ने सफारी डाइकोर बिक्री पर रोक लगा दी है। बंद होने से पहले यह SUV दो वेरिएंट्स LX 4X2 और EX 4X2 में उपलब्ध थी। और अब अब आप सफारी को खरीद नहीं सकेंगे। टाटा ने भारत में इस गाड़ी को साल 1998 में पहली बार लॉन्च किया था। यह गाड़ी बहुत ही कम समय में एक कामयाब SUV बनकर उभरी थी। इंजन की बार करें तो डाइकोर में 2.0 लीटर का टर्बो डीजल लगा था जोकि 86 bhp पावर वाला 4 सिलेंडर वाला इंजन दिया गया था। सफारी डाइकोर की बिक्री पर तो रोक लग चुकी है लेकिन कंपनी की स्टॉर्म अभी भी मिल रही है।

क्या कहते हैं ऑटो एक्सपर्ट ?
ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन के मुताबिक “ऑटोमोबाइल एक्स्पर्ट्स की माने तो किसी भी प्रोडक्ट को बंद करने की दो वजह अहम होती है। एक तो उस मॉडल की सेल कंपनियों के मुताबिक न होना और दूसरी वजह, नए मॉडल्स को तैयार करने के लि‍ए जगह बनाना”।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.