सरकार की मंजूरी के बाद डीजल गाड़ियों के बढ़ जाएंगे दाम, जानिए
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने डीजल कारों की कीमतों पर दो फीसद टैक्स बढ़ाने की सिफारिश की है
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। इन दिनों अगर आप डीजल कार खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए यह सही मौका है। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी जानकारी आई है कि डीजल गाड़ियां जल्द महंगी हो सकती हैं।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने डीजल कारों की कीमतों पर दो फीसद टैक्स बढ़ाने की सिफारिश की है। मंत्रालय की ओर से अगर इस सिफारिश को सहमति मिलती है तो सभी डीजल गाड़ियों के दाम दो फीसद तक बढ़ जाएंगे। मंत्रालय द्वारा दिए गए इस फैसले के बाद डीजल कारों की बिक्री में भी काफी हद तक रोक लगेगी।
अगर मंत्रालय के सुझाव को स्वीकार कर लिया जाए तो डीजल वाहनों में मारुति स्विफ्ट VDI की कीमत 13,000 रुपये और ऑक्टाविया की कीमत 40,000 रुपये तक बढ़ सकती है। ऐसे में अगर आप इन दिनों डीजल कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए यह समय बेहतर साबित हो सकता है क्योंकि कुछ दिनों बाद इन वाहनों की कीमतों में 2 फीसद का इजाफा किया जा सकता है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें डी-रेग्युलेट होने के बाद इनके बीच का अंतर लगातार कम होता जा रहा है। देश के चार बड़े महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में महज 10 रुपये प्रति लीटर का फर्क है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि फिर डीजल गाड़ियां खरीदना कितना फायदे का सौदा रह गया है? क्योंकि डीजल गाड़ियां एक तो महंगी होती हैं और लंबे समय में इनकी सर्विस का खर्चा भी पेट्रोल गाड़ियों से ज्यादा होता है।
क्या कहते हैं ऑटो एक्सपर्ट?
ऑटो एक्सपर्ट रंजॉय मुखर्जी का मानना है कि नई कार अगर खरीद रहे हैं और आपका रोज का अप-डाउन 50 किलीमीटर है तो आपके लिए पेट्रोल इंजन वाली कार ही बेहतर होगी। वहीं, अगर आप रोजाना 50 से 100 किलोमीटर का सफर करते हैं तो आपके लिए डीजल विकल्प सही रहेगा।