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यामाहा के इलेक्ट्रिक वाहन के लिए अभी करना होगा लंबा इंतजार, जानें इस सेगमेंट में एंट्री पर कंपनी की क्या है राय

टू-व्हीलर्स पर लगने वाली जीएसटी दर की कटौती पर इन्होंने बताया कि करों में कमी से व्यवसाय और ग्राहक दोनों को कई तरह से मदद मिलेगी।

By Sajan ChauhanEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 04:33 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 08:14 AM (IST)
यामाहा के इलेक्ट्रिक वाहन के लिए अभी करना होगा लंबा इंतजार, जानें इस सेगमेंट में एंट्री पर कंपनी की क्या है राय
यामाहा के इलेक्ट्रिक वाहन के लिए अभी करना होगा लंबा इंतजार, जानें इस सेगमेंट में एंट्री पर कंपनी की क्या है राय

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Yamaha Motor India: जापान की दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी यामाहा वर्तमान में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इकोसिस्टम का मूल्यांकन कर रही है। जिसमें कंपनी अगले कुछ वर्षो में एंट्री ले सकती है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार वर्तमान में सूरजपुर (उत्तर प्रदेश), फरीदाबाद (हरियाणा) और चेन्नई (तमिलनाडु) में यामाहा की दोपहिया विनिर्माण सुविधाएँ हैं। जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रोडक्शन किया जाएगा।

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यामाहा मोटर इंडिया के सेल्स वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविंदर सिंह ने कहा कि "इलेक्ट्रिक वाहन ऑटोमोबाइल सेक्टर का भविष्य हैं और इस बाजार की आने वाले समय में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। भारत इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में एक स्पष्ट रोडमैप, स्थिर नीति और उचित योजना के माध्यम से ही सफलता प्राप्त कर सकता है," उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर, चार्जिंग स्टेशन, बैटरी उत्पादन और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए स्वैपिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश एक बड़ी चुनौतियां हैं।"

ईवी सेगमेंट में कंपनी की प्रगति पर विस्तार के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यामाहा का ताइवान में ईवी बनाने के लिए पहले से ही ताइवानी वाहन निर्माता कंपनी Gogoro के साथ गठजोड़ है। जिसके तहत बीते वर्ष ताइवान में ईसी -05 इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किया गया है।

रविंदर सिंह ने कहा कि वह अगले वित्त वर्ष में ही कोविड-19 के पहले वाले उत्पादन आंकड़े हासिल कर पाएंगे। लंबे समय तक रहे लॉकडाउन, विनिर्माण परिचालन और प्रोडक्शन की दिक्कतों के चलते इस साल बिक्री भी सुस्त रहेगी। हालांकि अगले वित्त वर्ष से बिक्री में सुधार देखा जा सकता है। बता दें, 2020 में हुई वाहनों की बिक्री पिछले एक दशक की सबसे कम होगी। 

टू-व्हीलर्स पर लगने वाली जीएसटी दर की कटौती पर इन्होंने बताया कि "करों में कमी से व्यवसाय और ग्राहक दोनों को कई तरह से मदद मिलेगी। लेकिन जब हम अनलॉक के साथ नए सामान्य चरण में प्रवेश करते हैं, तो हमें वर्तमान परिदृश्य का समग्र मूल्यांकन करना होगा ताकि ऑटोमोबाइल उद्योग को पूर्व-कोविड की स्थिति पर ले जाया जा सके।"


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