नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। चीनी बाजार तेजी से पूरी दुनिया में अपने पैर पसार रहा है। चाहे लग्जरी सामान हो या रोजमर्रा की चीजें,हर जगह आपको चीन में बनी हुई चीजें देखने को मिल ही जाती हैं। ऑटोमोबाइल बाजार भी इससे अछूता नहीं है। इन दिनों हर तरफ इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग बनी हुई है, जिसमें चीना अपनी जगह तलाश रहा है। एक के बाद एक दोपहिया और चारपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों को विदेशी बाजार में लाया जा रहा है और इनमें ज्यादातर यूरोपीय बाजार है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या चीन में बनी गाड़ियां यूरोपीय बाजार पर कब्जा कर सकती हैं?
हर साल बढ़ रही चीनी कारों की मांग
फ्रांसीसी ऑटो कंसल्टेंसी इनोवेव के मुताबिक, साल 2022 के पहले नौ महीनों में चीन में बनी करीब 1.55 लाख कारें यूरोप में बेची गईं, जबकि 2021 में यह संख्या 80,000 थी। ध्यान देने वाली बात है कि बेची गई करीब आधी चीनी कारें EV थीं।
वहीं, अगर इन कारों की बिक्री इसी तरह से रही तो 2030 तक, यूरोप में नई कार की बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत तक हो सकती है और इनमें ज्यादातर चीनी कंपनियों के कार रहेंगे। इस हिसाब से यह कहना गलत नहीं होगा कि चीनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों को पसंद किया जा रहा है। पर ऐसा क्या कारण जिसकी वजह से इन कारों को इतना पसंद किया जा रहा है?
चीन की इलेक्ट्रिक गाड़ियों के ज्यादा बिक्री के कारण
यूरोप में चीन की बनी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री बढ़ने के पीछे के कारणों के बारे में सही से बता पाना तो मुश्किल है, लेकिन इसके पीछे की वजह चीनी इलेक्ट्रिक कारों की कम कीमत हो सकती है।
यूरोप में किसी भी गाड़ी को बेचने से पहले कार कंपनियों को अपनी गाड़ी के लिए फाइव स्टार रेटिंग हासिल करनी पड़ती है। ऐसे में गाड़ियों में अतिरिक्त एयरबैग, और ड्राइवर असिस्टेंस जैसे सेफ्टी फीचर्स को जोड़ना बहुत महंगा पड़ता है। वहीं, चीन में इन फीचर्स के होने के बावजूद इनकी लागत कम पड़ती है, जिससे अंत में बाजार में भी इनकी कीमत कम हो जाती है।
शंघाई में कंसल्टेंसी ऑटोमोबिलिटी लिमिटेड के हेड बिल रुसो के कहा है कि जब कम लागत वाली ईवी बनाने की बात आई है तो चीनी निर्माताओं को हमेशा ही फायदा पहुंचा है। उन्होंने कहा, "आज दुनिया में एक जगह जहां आपको सस्ती ईवी मिलेगी वो जगह चीन है और वे इसका फायदा उठा रहे हैं। "
भारत में भी लॉन्च हुए कई मॉडल्स
सस्ती इलेक्ट्रिक चीनी गाड़ियों की पहुंच भारतीय बाजारों तक भी पहुंचने लगी है। दोपहिया वाहन सेगमेंट में CFMotor के चार मॉडल भारत में बिक्री के लिए मौजूद हैं। इनकी कीमत 2.30 लाख रुपये से लेकर 5.30 लाख रुपये के बीच हैं और ये 300cc से 650cc के रेंज में आते हैं। वहीं, QJMotor ने भी हाल के दिनों में अपनी मोटरसाइकिलों को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। कारों की बात करें तो BYD ने Atto 3 इलेक्ट्रिक एसयूवी को लॉन्च किया है, जो एक बार चार्ज करने पर 521 किमी की अधिकतम रेंज दे सकती है।
इस तरह, यह कहना गलत नहीं होगा कि ग्लोबल स्तर पर कार निर्माता अगर सस्ती इलेक्ट्रिक गाड़ियों का निर्माण नहीं करेंगे तो वह दिन दूर नहीं होगा, जब हर देश के बाजार में चीनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों का कब्जा होगा। सस्ती कीमत पर सुरक्षित गाड़ी पेश करने में चीनी तकनीक इनके निर्माताओं को हर दिन नए अवसर दे रही हैं।
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