जनवरी 2019 से कारें और यूटिलिटी वाहन खरीदना हो सकता है महंगा, जानें वजह
पैसेंजर कारों और यूटिलिटी वाहनों की कीमतों में अगले साल जनवरी महीने से बढ़ोतरी हो सकती है
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। पैसेंजर कारों और यूटिलिटी वाहनों की कीमतों में अगले साल जनवरी महीने से बढ़ोतरी हो सकती है। कार कंपनियां जैसे टोयोटा और फोर्ड ने पहले ही रुपया मूल्यह्रास से चलते मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट में बढ़ोतरी की वजह बताते हुए अपने मॉडल्स की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM), जो कि टोयोटा और किर्लोस्कर ग्रुप का ज्वाइंच वेंचर है, ने मंगलवार को कहा कि वह 1 जनवरी से अपने वाहनों की कीमतों में 4 फीसद तक बढ़ोतरी करने जा रही है। वहीं, फोर्ड इंडिया ने भी कहा कि वह रुपये के मूल्यह्रास के पीछे लागत में वृद्धि के कारण अपने वाहनों की कीमतों में 1 से 3 फीसद तक की बढ़ोतरी करने की योजना बना रही है।
होंडा कार्स ने कहा कि वह फिलहाल स्थित की समीक्षा कर रही है और अभी तक वाहनों की कीमतें बढ़ाने का अंतिम फैसला लेना बाकी है। वहीं, हुंडई मोटर इंडिया और टाटा मोटर्स ने कहा कि उन्होंने अभी वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी करने के लिए किसी तरह का कोई विचार नहीं किया है।
भारत में हाल के महीनों में वाहन निर्माता ईंधन लागत, ब्याज दरों और अग्रिम बीमा लागत में वृद्धि के चलते वॉल्यूम बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री सितंबर तक दूसरी तिमाही में सालाना गिरावट आई है, इससे पहले अक्टूबर में 1.6 फीसद की वृद्धि हुई थी।
इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों के मतुाबिक कार निर्माता कंपनियां नए ग्राहकों को लाने के लिए भारी डिस्काउंट की पेशकश कर रही हैं। हालांकि, मार्जिन दबाव में है, जबकि कीमतों में बढ़ोतरी से संबंधित घोषणा साल के अंत की बिक्री के बाद हो सकती है।