बाइक-स्कूटर पर महासेल, 22 हजार रुपए के डिस्काउंट के साथ अन्य फायदे
बीएस-3 पर बैन से वाहनों की रिकार्ड बिक्री देखने को मिल रही है, टू-व्हीलर्स पर दो 20 हजार रुपये का डिस्काउंट मिल रहा है तो वही ट्रकों पर ढाई लाख रुपये तक की महाबचत करने का आज आखिर मौका है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बीएस-3 पर बैन से वाहनों की रिकार्ड बिक्री देखने को मिल रही है, टू-व्हीलर्स पर दो 20 हजार रुपये का डिस्काउंट मिल रहा है तो वही ट्रकों पर ढाई लाख रुपये तक की महाबचत करने का आज आखिर मौका है। बिक्री और छूट के मामले में दोपहिया वाहनों ने दीवाली को भी पीछे छोड़ दिया। राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को इनकी रिकार्ड तोड़ बिक्री हुई। बीएस-3 दोपहिया वाहनों पर चार हजार रुपये से 22 हजार रुपये तक की बंपर छूट का लोगों ने जमकर फायदा उठाया। एक ही दिन में 30 हजार से अधिक दोपहिया वाहन बिके। दोपहर बाद तो चुनिंदा कंपनियों के कई मॉडल एजेंसियों से खत्म हो गए, जिससे लोग निराश भी हुए। व्यावसायिक वाहनों पर एक से दो लाख रुपये की छूट का भी असर ट्रकों की बिक्री पर पड़ा। आमदिनों की तुलना में दो गुना व्यावसायिक वाहन बिके।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1 अप्रैल से बीएस-3 वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन पर प्रतिबंध लगा देने के बाद बृहस्पतिवार को वाहन एजेंसी संचालकों ने ऑफर की बरसात कर दी। होंडा के दोपहिया वाहनों की बिक्री पर किसी एजेंसी ने पांच हजार की तो किसी ने 20 हजार रुपये तक की छूट दी। टीवीएस, हीरो व सुजुकी समेत अन्य दोपहिया वाहनों की एजेंसियों ने भी बीएस-3 पर छूट की बरसात की। एजेंसी मालिकों के मुताबिक छूट शुक्रवार तक जारी रहेगी।
दरियागंज स्थित होंडा के शोरूम स्मूथ होंडा के महाप्रबंधक सुहैल ने बताया कि उनकी एजेंसी में बीएस-3 के 150 वाहन थे, जो दोपहर तक बिक गए। ऐसी बिक्री दीपावली पर भी नहीं हुई। टीवीएस एजेंसी के बिक्री प्रबंधक रिषि ने बताया कि उनके यहां मुश्किल से छह बीएस-3 वाहन हैं। तीन बिक गए हैं। छह हजार तक की छूट दी है।
दो लाख रुपये कम में बिके ट्रक : सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध का असर ट्रकों के दाम पर भी दिखाई पड़ा। ट्रक डीलरों ने ट्रकों पर दो से ढाई लाख रुपये तक की छूट दी। भारत बेंज ट्रकों के डीलर सतीश ढींगरा ने बताया कि बीएस-3 ट्रकों पर 10 से 15 फीसद की छूट दी गई है।
छूट की भरपाई हो कैसे : 20 हजार से दो लाख रुपये तक की छूट की भरपाई किसके जेब से होगी, यह सवाल एजेंसियों पर घूमता रहा। होंडा की एक एजेंसी के मालिक ने बताया कि अभी तक इस बारे में निर्माता कंपनी से बात नहीं हुई है। यह छूट अभी अपनी जेब से दी जा रही है। बाद में तय होगा कि यह हमारी जेब से जाएगा कि कंपनी की जेब से या दोनों बराबर-बराबर वहन करेंगे। ट्रक एजेंसी संचालकों के मुताबिक कंपनी ने छूट वहन करने की बात कही है।