बजाज और कावासाकी ने भारत में खत्म किया गठबंधन, दोनों की राहें हुईं अलग
बजाज और कावासाकी की राह अब अलग हो गयी हैं। दोनों कंपनियों ने बिक्री खत्म करने का निर्णय ले लिया है। 1 अप्रैल से देश में दोनों कंपनियों का गठजोड़ भी खत्म हो जाएगा।
नई दिल्ली: बजाज और कावासाकी की राह अब अलग हो गयी हैं। दोनों कंपनियों ने बिक्री खत्म करने का निर्णय ले लिया है। 1 अप्रैल से देश में दोनों कंपनियों का गठजोड़ भी खत्म हो जाएगा। दोनों कंपनियों के बीच भारत में प्रोडक्ट्स की ब्रिकी और सर्विस अगले महीने से समाप्त हो जाएगी।
पुणे स्थित बजाज ऑटो के अध्यक्ष (प्रोबाइकिंग) अमित नंदी ने कहा कि बजाज और कावासाकी ने आपसी सहमति से देश में अपने गठजोड़ को समाप्त कर दिया है जोकि 1 अप्रैल 2017 लागू होगा। इस समय बजाज ऑटो केटीएम के साथ अपनी भागीदारी पर पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
भारत में अब कावासाकी मोटरसाइकिलों की बिक्री इंडिया कावासाकी मोटर्स प्रा.लि. द्वारा की जायेगी। यह कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज जापान की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है। यह इकाई भारत में में जुलाई 2010 में स्थापित की गई जो कि बिक्री बाद सेवा भी उपलब्ध करायेगी। कावासाकी के पुराने ग्राहकों को भी बिक्री बाद सेवायें इसी कंपनी से दी जायेगी।
अमित नंदी ने हालांकि कहा है, ‘बजाज और कावासाकी भारत को छोड़कर शेष बाहरी दुनिया में वर्तमान और भविष्य के व्यावसाय के मामले में अपने सहयोगात्मक संबंधों को बनाये रखेंगे।’ बजाज ऑटो ने कावासाकी के साथ अपने प्रोबाइकिंग नेटवर्क के जरिये कावासाकी मोटरसाइकिलों की बिक्री और बिक्री बाद सेवा के लिये 2009 में गठजोड़ किया था।