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ऑटो इंडस्ट्री को वापस ट्रैक पर आने में लग सकते हैं 4 साल: SIAM

कोरोनावायरस संकट ने लगभग हर सेक्टर को 3-4 साल पीछे खींच लिया है और इसी में से ऑटो इंडस्ट्री भी एक है।

By Ankit DubeyEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 05:38 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 06:25 PM (IST)
ऑटो इंडस्ट्री को वापस ट्रैक पर आने में लग सकते हैं 4 साल: SIAM
ऑटो इंडस्ट्री को वापस ट्रैक पर आने में लग सकते हैं 4 साल: SIAM

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। कोरोनावायरस संकट ने लगभग हर सेक्टर को 3-4 साल पीछे खींच लिया है और इसी में से ऑटो इंडस्ट्री भी एक है। वित्त वर्ष 2020 के पहले महीने में बिक्री और प्रोडक्शन दोनों ही रुकने के साथ वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ऑटो कंपनियों की बिक्री में 75.49 फीसद की गिरावट के साथ 14,91,216 यूनिट्स की बिक्री हुई है, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 60,84,478 यूनिट्स थी। इससे भी बुरी बात यह है कि देश की ऑटो सेक्टर नियामक संस्था - सियाम ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 25 से 45 फीसद की गिरावट का अनुमान लगाया है, क्योंकि यह स्थिति ऐसी है जो जल्द ठीक नहीं हो सकती।

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सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) 2018 के आधार वर्ष के रूप में लेते हुए 2024 से पहले ऑटो बिक्री को ठीक करने और विकास पथ पर बढ़ने की उम्मीद नहीं कर रहा है। सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा, "इंडस्ट्री पहले से ही लंबे समय से मंदी की चपेट में थी और कोरोनावायरस संकट ने हालात और भी बदतर कर दिए हैं क्योंकि हम केवल 3 से 4 साल से पहले सामान्य होने की उम्मीद नहीं कर सकते, जो 2024 तक है।"

कैलेंडर वर्ष 2018 में भी पैसेंजर वाहनों की बिक्री में भी 5.32 फीसद की सिंगल डिजिट की वृद्धि देखी गई है। इस दौरान कंपनी ने 33,93,705 वाहनों की बिक्री की थी, जबकि कैलेंडर वर्ष 2017 में यह आंकड़ा 32,22,220 यूनिट्स का रहा था।

इस वर्ष अप्रैल में BS4 से BS6 उत्सर्जन मानदंड में छलांग लगाने वाले ऑटो इंडस्ट्री के लिए संकट का समय खराब नहीं हो सकता था और इस इंडस्ट्री ने उच्च निवेश की लागत करीब 90,000 करोड़ रुपये थी। यहां तक कि निवेश की गई राशि की वसूली अब अल्पावधि में मुश्किल है, जबकि जितना निवेश किया है उसका वापसी आना भी काफी क्लिष्ट लग रहा है। नई टेक्नोलॉजी में भी एडवांस्ड हाइब्रिड वाहनों, इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रिक वाहनों के बुनियादी ढांचों जैसे अन्य निवेशों के लिए हानिकारक साबित होगा।

यात्री वाहनों की बिक्री में भी भारी भरकम 78.43 फीसद की गिरावट के साथ 153,734 वाहनों की बिक्री हुई है, जबकि इससे बीते वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 712,684 वाहनों का रहा था। टू-व्हीलर वाहनों की बिक्री भी 74.21 फीसद की गिरावट के साथ 12,93,113 वाहनों की रही है, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 50,13,067 यूनिट्स का रहा था। जून 2020 में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में 49.59 फीसद की गिरावट के साथ जून 2020 में 105,617 वाहनों की बिक्री हुई है, जबकि पिछले साल जून महीने में यह आंकड़ा 209,522 वाहनों का रहा था। टू-व्हीलर की बिक्री भी जून महीने में 38.56 फीसद की गिरावट के साथ 10,13,431 यूनिट्स रही हैं, जबकि इससे बीते वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 16,49,475 यूनिट्स का रहा था। 


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