इस फेस्टिव सीजन में लॉन्च होंगी 8 नई कारें, जानें
कार कंपनियां फेस्टिवल सीजन को लेकर खासी उत्साहित हैं। देश की दिग्गज कंपनियां इस साल सितंबर से नवंबर तक चलने वाले फेस्टिवल सीजन से पहले करीब आठ नई कारों को लांच करने की तैयारी में है।
नई दिल्ली (जेएनएन) । कार कंपनियां फेस्टिवल सीजन को लेकर खासी उत्साहित हैं। मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, महिंद्रा जैसी देश की दिग्गज कंपनियां इस साल सितंबर से नवंबर तक चलने वाले फेस्टिवल सीजन से पहले करीब आठ नई कारों को लांच करने की तैयारी में है। इन कंपनियों को डीलरों की तरफ से भी यह संकेत मिले हैं कि एक बार जीएसटी से जुड़े मामलों के सुलझने के बाद कारों की बिक्री में अगस्त-सितंबर से अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है।
सबसे पहले देश के कार बाजार में 47 फीसदी बाजार हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी मारुति सुजुकी की तैयारी पर नजर डालते हैं। मारुति की हाल के दिनों में सबसे सफल कार विटारा ब्रेजा का पेट्रोल वर्जन के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 1200 सीसी में विटारा ब्रेजा की कीमत मौजूदा डीजल वर्जन से तकरीबन एक लाख रुपये कम होगी। इसके अलावा कंपनी के बीच में कंपनी एस क्रॉस को बिल्कुल नए रूप में लांच करने की भी तैयारी है।
नई स्विफ्ट को लेकर कंपनी के भीतर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसे फेस्टिवल सीजन में लांच किया जाए या अगले साल होने वाले ऑटो एक्सपो में, इसको लेकर विचार चल रहा है। दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई इस बार अपना दांव नई सेडान पर लगाने जा रही है। कंपनी की नई सिडान भी ‘वर्ना’ ब्रांड नाम के तहत ही लांच होगी। इसे त्योहारी मौसम से ठीक पहले अगस्त में ही कंपनी बाजार में उतारने जा रही है।
हुंडई को लेकर बाजार में सबसे ज्यादा गहमा गहमी इस बात को लेकर है कि वह अपनी नई आई30 को भारतीय बाजार में उतारती है या नहीं। इसके अलावा हुंडई की एंट्री लेवल एसयूवी का भी भारतीय बाजार इंतजार कर रहा है। पिछले दो वर्षो से भारतीय कार बाजार में अपनी खोई जमीन पाने की कोशिश में जुटी टाटा मोटर्स इस बार नई एसयूवी नेक्सॉन पर दांव लगा रही है। इसे टियागो के बाद कंपनी की सबसे महत्वाकांक्षी पेशकश इसलिए भी मानी जा रही है कि बाजार में एसयूवी की मांग तेजी से बढ़ रही है और दूसरी यह कि जीएसटी लागू होने के बाद इसकी कीमत भी आकर्षक रहने के आसार हैं।
नेक्सॉन कंपनी की एंट्री लेवल एसयूवी होगी और माना जाता है कि मारुति, फोर्ड व महिंद्रा के एसयूवी मॉडलों के लिए यह चुनौती होगी। कंपनी इस नई लांचिंग को लेकर कितनी तैयारी में आप इस बात से समझ सकते हैं कि टाटा मोटर्स ने अगले एक महीने के भीतर अपने पूरे डीलर नेटवर्क में बड़े बदलाव करने की योजना बनाई है।
जीएसटी लागू होने के बाद मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में जिस तरह की अभी अस्पष्टता है उससे कार कंपनियां भी परेशान है। वैसे छोटी कारों व एसयूवी पर दरों में कमी हुई है और देश के कई हिस्सों में कारों की कीमतें भी कम हुई हैं। इसके बावजूद कई तरह की उलझनें भी बरकरार है। 1पुरानी कारों और हाईब्रिड कारों पर बहुत ज्यादा शुल्क लगा देने, मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों को मिलने वाली रियायतों के खत्म होने और छोटी छोटी सहायक इकाइयों में जीएसटी की तैयारी नहीं होने, सरकार को दिए गए इंफ्रा टैक्स की वापसी पर अस्पष्टता की शिकायत कार कंपनियां कर रही हैं। जून, 2016 में भारी भरकम छूट के बावजूद कारों की बिक्री बहुत उत्साहजनक नहीं रही है।