अशोक लेलैंड बढ़ाएगा अपना इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का बिजनेस
हिंदुजा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अशोक लेलैंड अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बिजनेज को डेवलप करने के लिये तीन तरफा स्ट्रैटेजी अपना रही है
नई दिल्ली (जेएनएन)। हिंदुजा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अशोक लेलैंड अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बिजनेज को डेवलप करने के लिये तीन तरफा स्ट्रैटेजी अपना रही है। कंपनी ने पिछले साल ही सिटी हैवी कमर्शियल व्हीकल्स के तहत अपनी मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक बस 'सर्केट' को पेश किया था। इस बस में 35 से 65 लोगों के बैठने की क्षमता है और एक बार फुल चार्ज करने पर यह बस 120 किलोमीटर तक का सफर तय कर लेती है।
क्या है तीन तरफा स्ट्रैटेजी?
अशोक लेलैंड के मैनेजिंग डायरेक्टर विनोद के दासारी ने कहा, "हमारे पास इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार के लिए तीन तरफा स्ट्रैटेजी है और उत्पादन काफी बढ़ा रहे हैं। पहली स्ट्रैटेजी में आप एक सर्किट (बस) के समान प्रोडक्ट बना सकते हैं, दूसरी स्ट्रैटेजी बैटरी स्वैपिंग टेक्नोलॉजी और यूरोपीय आधारित स्ट्रैटेजी है जिसमें उच्च बैटरी स्तर की आवश्यकता होती है।"
6 फीसद बढ़ा पावर सोल्युशन बिजनेस:
वित्त वर्ष 2016-17 के नतीजों की घोषणा के दौरान दसारी ने कहा, "कंपनी ने 2017-18 के लिए पूंजीगत खर्च के रूप में 500 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।" कंपनी के पावर सोल्युशन बिजनेस के बारे में दसारी ने बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 में इससे बीते वित्त वर्ष के मुकाबले 6 फीसद का इजाफा हुआ है।
10 हजार BS-III वाहनों को BS-IV में बदला:
दसारी के मुताबिक लाइट कमर्शियल व्हीकल्स का बिजनेस उनके लिये काफी महत्वपूर्ण है। इसके लिये वह हर तीसरे महीने में एक नया मॉडल लॉन्च करते हैं। BS-III वाहनों के बारे में दसारी ने बताया किय उन्होंने करीब 10,664 BS-III वेरिएंट्स को BS-IV वेरिएंट्स में बदला है।