सुजुकी के बाद अब माज्दा ने स्वीकारी एमिशन और फ्यूल इकॉनमी टेस्ट में गड़बड़ी की बात
जापानी ऑटोमेकर कंपनी माज्दा फ्यूल इकॉनमी और एमिशन टेस्ट को पास करने के लिए गलत तरीके का इस्तेमाल किया है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। जापानी ऑटोमेकर कंपनी माज्दा फ्यूल इकॉनमी और एमिशन टेस्ट को पास करने के लिए गलत तरीके का इस्तेमाल किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माज्दा, निसान और सुबरू ने टेस्ट पास करने के लिए गलत डाटा का इस्तेमाल किया था। कंपनी ने इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट जापान के ट्रांसपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है। मंत्रालय ने सभी घरेलू ऑटोमेकर कंपनियों से इस बारे में जांच करने को कहा था। इस डाटा स्कैंडल में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन और यामाहा मोटर कंपनी का नाम भी सामने आ रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, माज्दा ने इन वाहनों को 'इनकरेक्ट ड्राइविंग कंडीशन' में टेस्ट किया था। कंपनी ने 2014 से 1875 मॉडल्स में से 75 वाहनों पर गलत टेस्ट की बात स्वीकार की है। पिछले कुछ सालों से फ्यूल एफिशिएंसी और एमिशन टेस्ट में गड़बड़ करने का मामला पिछले कई सालों से चल रहा है। इस मामले में मित्सुबिशी और सुजुकी का नाम सबसे पहले सामने आया था। इसके बाद जापान सरकार ने ऑटोमेकर कंपनियों से अपने टेस्ट स्टैंडर्ड की जांच करने का आदेश दिया था। इसके बाद यह बात सामने आई है कि माज्दा ने ये टेस्ट पास करने के लिए गलत डाटा का इस्तेमाल किया था।
सरकार अब इन कंपनियों की जांच को सार्वजनिक करेगी। अभी इन कंपनियों से जांच के नतीजों को सुरक्षित रखने के लिए कहा गया है ताकि इनमें किसी प्रकार का फेरबदल नहीं किया जा सके। इससे पहले इस साल निसान ने एमिशन और फ्यूल इकॉनमी टेस्ट में झूठ आंकड़ों का सहारा लेनी की बात स्वीकार की थी। कंपनी ने कहा कि उसे जापान में स्थित उसके प्लांट से एमिशन टेस्ट के लिए इस्तेमाल किए गए गलत डाटा का पता चला है।