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वायु प्रदूषण कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना चाहते हैं लोग- सर्वे

एक सर्वे के मुताबिक, 87 प्रतिशत लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद का सबसे बड़ा कारण इनका वायु प्रदूषण ना करना मानते हैं।

By Pramod KumarEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 02:05 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 02:05 PM (IST)
वायु प्रदूषण कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना चाहते हैं लोग- सर्वे

नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। एक सर्वे के मुताबिक, 87 प्रतिशत लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद का सबसे बड़ा कारण इनका वायु प्रदूषण ना करना मानते हैं।फोर्थलाइन टेक्नोलजीज और क्लाइमेट ट्रेंड्स द्वारा यह सर्वे 21 अगस्त से 24 अगस्त के बीच किया गया था। इसमें 2178 भारतीय ड्राइवर, वाहन मालिकों और निकट भविष्य में वाहन खरीदने की चाह रखने वाले लोग ने हिस्सा लिया। बता दें कि भारत में होने वाले कुल कार्बन उत्सर्जन का 24 फीसद हिस्सा वाहनों से निकलने वाला धुआं है। यह कई बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है।

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हाल ही में आई विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर भारत में है। सर्वे के मुताबिक, अधिकतर ड्राइवर और वाहन मालिक हवा की खराब गुणवत्ता से व्यक्तिगत तौर पर प्रभावित हुए हैं। 76 फीसद लोगों ने कहा कि उनकी पड़ोसी, परिवार और दोस्त हवा की खराब गुणवत्ता से जूझ रहे हैं और उन्हें इसके लक्षण दिखने शुरू हो चुके हैं। इस मामले में दिल्ली सबसे बुरी तरह प्रभावित है। 91 फीसद लोगों ने कहा कि वो या उनके जानने वाले लोग प्रदूषित हवा से जूझ रहे हैं। यही जवाब हैदराबाद में 78 प्रतिशत, चेन्नई में 75 प्रतिशत, मुंबई में 74 प्रतिशत और बेंगलुरू में 71 प्रतिशत लोगों ने दिया।

सर्वे में हिस्सा लेने वाले 72 फीसद ड्राइवर और वाहन मालिकों ने कहा कि जीरो-एमिशन की खासियत के चलते वो इलेक्ट्रिक व्हीकल लेना पसंद करेंगे। वहीं 71 फीसद लोगों ने कहा कि तेल से चलने वाले वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक व्हीकल की लागत कम होती है इसलिए वो इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना चाहेंगे।

लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहनों की कम चार्जिंग रेंज और चार्जिंग इफ्रास्ट्रक्चर में कमी को नए इलेक्ट्रिक वाहन नहीं खरीदने की बड़ी वजह बताई है। सर्वे में भाग लेने वाले 59 फीसदी लोगों ने चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी और 46 फीसद लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहनों की ड्राइविंग रेंज को काफी कम माना है।

भारत में 2017 में 40 लाख से ज्यादा तेल से चलने वाले वाहन बेचे गए। इनमें से 81 फीसदी हिस्सा टू-व्हीलर वाहन थे। इसकी तुलना में 10 लाख से भी कम इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए। इनमें से 93 फीसद इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स थे।


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