Move to Jagran APP

गलतफहमियां होंगी दूर! माइलेज बढ़ाने में मदद करता है गियरबॉक्स, जानिए क्या होता है इसका असल काम

इस खबर के माध्यम से आज हम आपको बताने जा रहे हैं गियरबॉक्स के बारे में और साथ ही ये भी बताएंगे कि कितने प्रकार के होतें हैं गियरबॉक्स। बता दें इसका सीधा असर आपके माइलेज पर पड़ता है।

By Atul YadavEdited By: Published: Wed, 29 Dec 2021 09:09 AM (IST)Updated: Thu, 30 Dec 2021 08:13 AM (IST)
गलतफहमियां होंगी दूर! माइलेज बढ़ाने में मदद करता है गियरबॉक्स, जानिए क्या होता है इसका असल काम
माइलेज बढ़ाने में मदद करता है गियरबॉक्स, जानिए क्या होता है इसका असल काम

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अक्सर हम अपनी नई गाड़ी पर लाखों रुपये खर्च कर देते हैं, लेकिन कुछ जरुरी और टेक्निकल चीजों के बारे में सुने तो होते हैं, लेकिन उसके बारे में नहीं जानते हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं गियरबॉक्स के बारे में और साथ ही ये भी बताएंगे कि कितने प्रकार के होतें हैं गियरबॉक्स। बता दें इसका सीधा असर आपके माइलेज पर पड़ता है।

loksabha election banner

1. मैन्युअल गियरबॉक्स

देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली सस्ती कारों में अक्सर मैन्युअल गियरबॉक्स को देखा जाता है, इसमें ड्राइवर खुद से गियर स्टिक के सहारे गियर चेंज करते हैं, वहीं इस मोड में ड्राइवर गियर बदलने के लिए क्लच पैडल का उपयोग करते है।

2. ऑटोमेटिक गियरबॉक्स

इस गियरबॉक्स सुविधा से लैस कारें भी बड़ी तदाद में भारतीय मार्केट में मौजूद हैं। ऑटोमैटिक गियरबॉक्स में गियर को चेंज करने के लिए क्लच की जगह हाईड्रालिक फ्ल्युइड कपलिंग व टार्क कन्वर्टर का इस्तेमाल किया जाता है। हाईड्रालिक फ्ल्युइड कपलिंग इंजन से सीधे कनेक्ट रहता है, जिसे टैप करने के बाद गियर बदल जाता है वाहन स्मूथ आगे बढ़ने लगता है।

3. ऑटोमेटेड-मैन्युअल ट्रांसमिशन (एएमटी)

ऑटोमेटेड-मैन्युअल ट्रांसमिशन (एएमटी) गियरबॉक्स को कई बार सेमी-ऑटोमेटिक गियरबॉक्स भी कहा जाता है। इसमें रेग्युलर क्लच व गियर कंफिगरेशन का यूज होता है, लेकिन इसके साथ ही सेंसर, एक्ट्युटेटर, प्रोसेसर व न्यूमेटिक का उपयोग किया जाता है। इस तरह के गियरबॉक्स को लंबी दूरी पर अधिक माइलेज के लिए जाना जाता है।

4. कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन (सीवीटी)

कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन (सीवीटी) गियरबॉक्स को स्टील गियर की जगह पर बेल्ट या पुली का यूज किया जाता है, कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन आसानी से गियर बदलने में मदद करता है, इसमें कई तरह के रेशियो दिए गए हैं, जिसके हिसाब से आप गियर चेंज कर सकते हैं। गियर का रेशियो इंजन स्पीड व आरपीएम पर डेपेंड होता है।

5. डुअल क्लच ट्रांसमिशन (डीसीटी)

डुअल क्लच ट्रांसमिशन (डीसीटी) की गियरबॉक्स करें तो, इसे आप ऑटोमेटिक व मैन्युअल ट्रांशमिशन का कॉम्बिनेशन बोल सकते हैं। हालांकि, इसमें एक चीज जो मिसिंग है, वो है टार्क कन्वर्टर। इस गियरबॉक्स में टॉर्क कन्वर्टर की जगह आपको गियर बदलने के लिए क्लच के साथ दो अलग शाफ्ट मिलेगा।

6. इंटेलीजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन (आईएमटी)

इंटेलीजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन (आईएमटी) सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें मैनुअली क्लच को ऑपरेट करने की जरूरत नहीं पड़ती है, जो कि शहर में ट्रैफिक के दौरान ड्राइविंग में आपकी चिंता कम कर देता है।आईएमटी एक मैन्युअल गियरबॉक्स है जिसे इस तरह मॉडिफाई किया गया है कि ड्राईवर से क्लच इनपुट की जरूरत नहीं पड़ती है। यह गियरबॉक्स ट्रांसमिशन कंट्रोल यूनिट (टीसीयू) को जानकारी दे देता है कि ड्राईवर कब गियर बदलने वाला है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.