गाड़ी को महंगा कर देते हैं ये गैरजरूरी फीचर्स, रुपये बचाना है तो रखें इन बातों का ध्यान
अतिरिक्त एक्सेसरीज के चलते आपके कार की मूल कीमत से अधिक रुपया लग जाता है वहीं गाड़ी में कई ऐसे भी गैर जरूरी फीचर्स होते हैं जिनका इस्तेमाल न बराबर होता है और उनकी कीमत लाखों में होती है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अक्सर हम गाड़ी खरीदते समय कई गैर-जरूरी फीचर्स को यूजफुल मानकर लाखों का नुकसान कर लेते हैं। वाहन निर्माण करने वाली कंपनियां गाड़ियों को और भी एडवांस करने के लिए कई गैर-जरूरी फीचर्स देती हैं, जिनका इस्तेमाल रियल लाइफ में न के बराबर होता है, हालांकि इन फीचर्स के लिए आपको लाखों रुपये अदा करना पड़ता है। जानिए कैसे।
सनरूफ
लोग अक्सर केवल सनरूफ के शौक में थोड़ी महंगी कार खरीद लेते हैं। हालांकि, हकीकत में उस सनरूफ का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है। सनरूफ लगाने से वाहन का हेडरूम भी खत्म हो जाता है, वहीं सनरूफ से बच्चे सिर बाहर निकाल लेते हैं जो जोखिम भरा होता है। सनरूफ वाली गाड़ियां नॉर्मल गाड़ियों की तुलना में काफी महंगी होती हैं।
वाइस कंट्रोल सिस्टम
कई एडवांस गाड़ियों में वाइस कमांड सिस्टम दिया जाता है, जिसका उपयोग बहुत ही कम लोग करते हैं। टच स्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ आने वाली लगभग सभी कारों में वॉयस कमांड फीचर मिलता है। जहां आपको लगता है कि वॉयस कमांड उपयोगी और सुविधाजनक हैं, वे काफी खतरनाक भी होते हैं।
सैटेलाइट नेविगेशन
लोग हाई-एंड लग्जरी वाहनों में भी, यात्री बिल्ट-इन सैटेलाइट नेविगेशन का उपयोग करने के बजाय नेविगेशन के लिए Apple CarPlay और Android Auto पर अधिक भरोसा करते हैं। यही कारण है कि ये फीचर्स भी गैर जरूरी फीचर्स के श्रेणी में आते हैं।
ऑटोमैटिक सीटबेल्ट
ऑटोमैटिक सीटबेल्ट कुछ एडवांस कारों में आते हैं , जो सुरक्षा के लिहाज से बेस्ट तो है, लेकिन रियल लाइफ में इसका इस्तेमाल न के बराबर है। बहुत ही कम लोग इस फीचर का इस्तेमाल हमेशा करते हैं। इसलिए, ये फीचर्स भी लोगों के लिए गैरजरूरी ही है।