भारत में सुपरकार रखना है मुश्किल, चलाने में आती हैं ये परेशानियां
भारत में खराब रोड, सर्विस स्टेशन की कमी आदि कई ऐसी बातें हैं जो सुपरकार ऑनर्स के लिए परेशानी खड़ी करती हैं।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। सुपरकार रखने का सपना बहुत लोग देखते हैं, लेकिन भारत में सुपरकार रखना थोड़ा मुश्किल है। भारत में खराब रोड, सर्विस स्टेशन की कमी आदि कई ऐसी बातें हैं जो सुपरकार ऑनर्स के लिए परेशानी खड़ी करती हैं। आज हम आपको कुछ परेशानियां के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे साधारण कार ऑनर्स तो पार पा लेते हैं, लेकिन सुपरकार वाले कुछ नहीं कर पाते। आइये जानते हैं।
स्पीड ब्रेकर की समस्या
भारत में सड़कों पर स्पीड ब्रेकर होना आम बात है। यहां की सड़कों पर लोग अपने हिसाब से स्पीड ब्रेकर बना लेते हैं, जिनकी ऊंचाई निश्चित नहीं होती है। कई जगहों पर लोग काफी ऊंचे स्पीड ब्रेकर बना लेते हैं। ऐसे में कम ग्राउंड क्लियरेंस के चलते सुपरकार को स्पीड ब्रेकर पार करने में काफी मुश्किलें होती हैं।
ट्रैफिक की वजह से स्पीड ना पकड़ पाना
बड़े शहरों में सड़कों पर जाम लगना सामान्य घटना है। ऐसे में सुपरकार अपनी पावर का आधा हिस्सा भी इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं और वो ट्रैफिक में साधारण गाड़ियों की तरह धीमी स्पीड में रेंग रही होती हैं।
पार्किंग की समस्या
सुपरकार देखते ही लोग उत्साहित हो जाते हैं। हमने बहुत बार देखा है कि जहां सुपरकार खड़ी होती है वहां फोटो लेने वाले लोगों की भीड़ जमा हो जाती है। ऐसे में गाड़ी को नुकसान पहुंचने की संभावना भी रहती है। यह सिर्फ पार्किंग के दौरान नहीं, कई बार लोग सड़क पर चलती गाड़ी के साथ फोटो क्लिक करवाने के लिए उतावले रहते हैं। जो खतरनाक साबित हो सकता है।
हर पेट्रोल पंप से फ्यूल नहीं ले सकते
सुपरकार में हाई-एंड इंजन लगे होते हैं। खराब गुणवत्ता या मिलावट वाला तेल लेने से इन इंजन को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए सुपरकार ऑनर्स को ऐसे पेट्रोल पंप खोजने पड़ते हैं जहां हाई-क्वालिटी फ्यूल मिलता हो। साधारण कार की तरह सुपरकार को हर फ्यूल स्टेशन से फ्यूल नहीं मिल सकता।
रास्ते को लेकर अतिरिक्त सावधानी
साधारण गाड़ियां भारतीय सड़कों के हिसाब से बनी होती है। सुपरकार इन सड़कों पर अटक सकती है। कई सड़कों पर गहरे गड्ढे, ऊंचे स्पीड ब्रेकर आदि होते हैं। इसलिए सुपरकार ऑनर्स को इस बात का पता होना चाहिए कि उनकी गाड़ियों के लिए कौन सा रास्ता सही रहेगा।
सर्विस स्टेशन की कमी
सुपरकारों का निर्माण भारत में नहीं होता है। इन कारों को विदेशों से इंपोर्ट किया जाता है। साथ ही देश में इन कारों के लिए सर्विस स्टेशन की भी कमी है। ऐसे में अगर सुपरकार कहीं बिगड़ जाती है तो उसकी सर्विस होने में काफी टाइम लग सकता है। वहीं साधारण गाड़ियों में आई छोटी-बड़ी खामियों को सड़क किनारे बैठे मैकेनिक चुटकियों में ठीक कर देते हैं।