साधारण स्कूटर से कितना अलग होता है इलेक्ट्रिक स्कूटर, जानें इसके फायदे और नुकसान
इलेक्ट्रिक स्कूटर से लंबी दूरी की यात्रा नहीं कर सकते क्योंकि पेट्रोल पंप की तरह जगह-जगह चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध नहीं है
नई दिल्ली (जेएनएन)। हम सभी लोग जानते ही हैं कि साधारण स्कूटर पेट्रोल ईंधन से चलते हैं और इलेक्ट्रिक स्कूटर बिजली से चार्ज होकर चलते हैं। लेकिन ईंधन वाले स्कूटर से आप लंबी दूरी की यात्रा आसानी से कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर से लंबी दूरी की यात्रा अभी मुमकिन नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि जगह-जगह पेट्रोल पंप की तरह चार्जिंग स्टेशन नहीं बनाए गए हैं। इसके साथ ही पेट्रोल स्कूटर में इलेक्ट्रिक स्कूटर के मुकाबले इंजन की आवाज ज्यादा आती है। इससे आपके सड़क पर चलने का लोगों को एहसास भी होता है।
इलेक्ट्रिक स्कूटर के फायदे:
इलेक्ट्रिक स्कूटर एयर पॉल्यूशन, नॉयज पॉल्यूशन और वाइब्रेशन जैसी दिक्कतों से पीछा छुड़ाता है। इसे आप आसानी से घर में भी चार्ज कर सकते हैं। यह स्कूटर स्थिर रहता है क्योंकि बैटरी का भारी वजन सीट के नीचे बीचो-बीच रहता है जिससे इसका बैलेंस बना रहता है। इन स्कूटर्स की कीमत भी पेट्रोल स्कूटर के मुकाबले काफी कम होती हैं। इसके साथ ही ये स्कूटर्स औसतन 10 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से चलते हैं। इन स्कूटर्स में लगी बैटरी जब तक वारंटी पीरियड में रहती है तब तक वेंडर्स द्वारा इनकी फ्री में सर्विस और खराब होने पर बदलवा सकते हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर के नुकसान:
इन स्कूटर्स से आप लंबी दूरी का सफर तय नहीं कर सकते। अगर बिजली नहीं है तो आप डिस्चार्ज होने पर इन्हें चार्ज भी नहीं कर सकते। बैटरी का अगर वारंटी पीरियड खत्म हो जाता है और इसके खराब होने के पर करीब 40-60 फीसद स्कूटर की कॉस्टिंग नई बैटरी खरीदने में लगती है। ओवरचार्ज्ड होने पर इनकी बैटरी लाइफ कम होती हैं। इनके मोटर की लाइफ ज्यादा से ज्यादा 7-8 साल की होती है। इसके साथ ही इन स्कूटर्स की बाजार में रीसेल वैल्यू काफी कम होती है।