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Car Buying Tips: मैन्युअल और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में क्या होता है फर्क, जानें फायदे और नुकसान

बाज़ार में मैन्युअल और ऑटोमेटिक दोनों ही ट्रांसमिशन विकल्प के साथ कारें मौजूद हैं। लेकिन अगर आप कंफ्यूज हैं कि आप के लिए कौन-सी कार सही रहेगी। तो आज हम आपको बताएंगे की आपकी जरूरत के हिसाब से कौन-सी कार आपको लेनी चाहिए।

By Rishabh ParmarEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 01:54 PM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 07:55 AM (IST)
Car Buying Tips: मैन्युअल और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में क्या होता है फर्क, जानें फायदे और नुकसान
मैन्युअल और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में क्या फर्क होता है

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। दिन-प्रतिदिन टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है। इस मामले में ऑटोमोबाइल क्षेत्र भी पीछे नहीं है और मौजूदा वक्त में आने वाले वाहन अधिक से अधिक तकनीकी फीचर्स से लेस होते हैं। आजकल कार कंपनियां अपनी मैन्युअल कार के साथ ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का भी ऑप्शन देने लगी हैं। आमतौर पर AMT (ऑटो मैन्युअल ट्रांसमिशन) सबसे सस्ता गियरबॉक्स होता है, इसके अलावा इन दिनों कारों में AT और CVT गियरबॉक्स भी देखने को मिल रहे हैं। आज हम आपको बताते हैं, ऑटोमेटिक और मैन्युअल गियर बॉक्स में क्या फर्क होता है और आपके लिए कौन-सी कार सही रहेगी।

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ऑटोमेटिक: सबसे पहले बात करते हैं ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन की, ऑटोमेटिक गियर बॉक्स वाली गाड़ियां मैन्युअल के मुकाबले लंबे सफर में ज्यादा आरामदायक रहती हैं। इसकी वजह होती है कि लंबे सफर के वक्त आपको बार-बार क्लच दबा कर गियर नहीं बदलने पड़ते हैं। कार खुद ही इंजन की जरूरत के हिसाब से गियर शिफ्ट कर लेती है। अधिक भीड़-भाड़ और खराब रास्तों पर ऑटोमेटिक कारों को चलाना और उनको हैंडल करना मैन्युअल गियरबॉक्स वाली कारों की तुलना में आसान रहता है। इसके अलावा यदि कोई कार चलाना सीख रहा है तो उसके लिए ऑटोमेटिक कार ड्राइव करना आसान रहता है क्योंकि बार-बार स्पीड के हिसाब से खुद गियर नहीं बदलने पड़ते हैं।

मैन्युअल ट्रांसमिशन: लोग इन दिनों ऑटोमेटिक कारों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। लेकिन मैन्युअल ट्रांसमिशन वाली कारें आज भी काफी कामयाब हैं। मैन्युअल गियरबॉक्स वाली कारों का ऑटोमेटिक गियरबॉक्स वाली कारों की तुलना में कम मेंटेनेंस रहता है, जिससे आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता है। इसके अलावा मैन्युअल कारों का माइलेज भी इसके ऑटोमेटिक वाले वेरिएंट से ज्यादा होता है। हिल स्टेशन पर जब इंजन को ज्यादा पावर की जरूरत होती है, उस वक्त ऑटोमेटिक कार में मुश्किल आ सकती हैं लेकिन मैन्युअल कार को आप हिल्स पर सिच्युएशन के हिसाब से गियर बदल कर आसानी से चढ़ा सकते हैं। बता दें मैन्युअल के मुकाबले ऑटोमेटिक कारें काफी ज्यादा महंगी होती हैं।

जरूरत के आधार पर खरीदें कार: बाज़ार में इस वक्त कारों में दोनों ही तरह के विकल्प उपलब्ध हैं ऑटोमेटिक भी और मैन्युअल ट्रांसमिशन भी और हमने आपको दोनों ही तरह की कारों के बारे में जानकारी दी, लेकिन आपको अपनी जरूरत के हिसाब से ही कार खरीदनी चाहिए। कई लोग ज्यादा कंफर्ट चाहते हैं और कई लोग बजट पर ध्यान देते हैं। ऐसे में आपको अपनी जरूरतों के हिसाब से ये डिसाइड करना है कि आप ज्यादा कंफर्टेबल और महंगी ऑटोमेटिक कार खरीदना चाहते हैं, या मैन्युअल लेकिन कम बजट वाली एक रेग्युलर कार खरीदने का मन बना रहे हैं।  


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