सर्विस सेंटर से मुक्ति! बस इन 7 बातों का रखें ध्यान, आपकी कार में नहीं आएगी कोई खराबी
कार की देखरेख के लिए आपको ऑटो एक्सपर्ट होने की जरूरत नहीं है। बस कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपनी कार को पूरी तरह से ठीक रख सकते हैं। बड़ी समस्या तो सिर्फ सर्विस सेंटर पर सही होगी लेकिन छोटी समस्या तो आप खुद ही सही कर सकते हैं।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अपनी कार की देखरेख के लिए आपको ऑटो एक्सपर्ट होने की जरूरत नहीं है। बस कुछ बातों का ध्यान रखकर आप कार को पूरी तरह से परफेक्ट रख सकते हैं। हालांकि यह अलग बात है कि जब गाड़ी में कोई बड़ी समस्या आएगी तो उसका समाधान सिर्फ सर्विस सेंटर पर कोई मकैनिक ही कर पाएगा। लेकिन अगर कार की देखभाल में नियमित रूप से थोड़ा समय देंगे, तो ऐसे बहुत कम मौके आएंगे, जब गाड़ी सही करवाने के लिए आपको ज्यादा रुपये खर्च करने पड़ेंगे। तो आइए जानते हैं कार की देखभाल के आसान फंडे।
ऐसे करें ड्राइविंग
बार-बार रेस देने और तुरंत गति कम करने की वजह से कार के इंजन व ब्रेक पर दबाव पड़ता है, इसलिए इत्मीनान से कार चलाकर रख-रखाव के खर्चे कम करें। यह उस समय बेहद जरूरी है, जब आप इंजन को स्टार्ट करते हैं। गाड़ी को तेजी के साथ रेस देने से अच्छा है, सामान्य स्थिति में गर्म होने दें।
ऑयल की करें जांच
इंजन की जिंदगी तेल पर टिकी होती है, इसलिए गाड़ी के तेल का स्तर कायम रखने के लिए समय-समय पर उसकी जांच करते रहें। जरूरी नहीं है कि तेल की जांच सिर्फ सर्विस के दौरान ही हो। जब भी आप इंजन ऑयल का स्तर देखें, उस समय सुनिश्चित कर लें कि गाड़ी का इंजन बंद है। अगर आपको यह नहीं मालूम कि तेल के स्तर की जांच कैसे करनी है तो उसकी निर्देश पुस्तिका पढ़ें। तेल की जांच के लिए डिप स्टिक को बाहर निकालकर उसे अच्छी तरह से साफ कर लें और फिर उसे तेल में डालें, इससे आपको सही अंदाजा हो जाएगा। अगर तेल, नीचे की लाइन तक पहुंच रहा है तो ठीक है नहीं तो उसमें और मात्रा में ऑयल डालकर इसकी पूर्ति करें। इसके बाद तेल की गुणवत्ता की जांच करें। अगर डिप स्टिक पर लगा हुआ तेल साफ दिख रहा है तो समझ लें कि तेल ठीक है। अगर काला हो गया तो उसे बदलवाएं।
हवा की नियमित जांच करें
अगर कार के किसी पहिए में हवा कम है तो उसे चलाना खतरनाक है और इससे गाड़ी का माइलेज भी प्रभावित होगा। इसलिए पहियों की हवा जरूर जांच लें। किसी लंबी यात्रा से पहले या फिर सप्ताह में एक बार जरूर इसे चेक करवाएं। यह काम आप किसी भी सर्विस स्टेशन पर करवा सकते हैं। प्रेशर गेज ले लें, क्योंकि कई बार पंप के मीटर सही नहीं होते।
रेगुलर सर्विस करवाएं
कार की सर्विस नियमित अंतराल पर कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे कार की परफॉर्मेस पर असर पड़ता है। इसलिए कार की सर्विस से कोई समझौता न करें। गाड़ी की सर्विस या तो सर्विस सेंटर से करवाएं या फिर किसी अनुभवी मकैनिक की मदद लें। नई जगह पर बिना सोचे-समझे गाड़ी न छोड़ें।
धूप में न रखें कार
कार की सुरक्षा की जिम्मेदारी मकैनिक की नहीं आपकी है। अगर कार का इंटीरियर खराब होता है तो यह महंगा सौदा हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए कोशिश करें कि जितना हो सके गाड़ी को कहीं छाया में खड़ी करें। तेज धूप की वजह से इंटीरियर के प्लास्टिक का रंग फीका पड़ने लगता है। गाड़ी खरीदने के लिए लाखों का इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, तो उसे छाया में खड़ी करने के लिए थोड़ा और भी खर्च कर सकते हैं, क्योंकि कार आपका दूसरा घर है।
निर्देश पुस्तिका पढ़ें
अक्सर लोग कार तो खरीदते हैं, लेकिन उसकी निर्देश पुस्तिका को पढ़ने में समय जाया नहीं करते। यह गलत आदत है। इसे बदलें और गाड़ी की निर्देश पुस्तिका को पढ़ने की आदत डालें, क्योंकि इसको पूरा पढ़कर आप कार के बारे में बेहतर ढंग से जान पाएंगे।
एसी का ठीक से करें रख-रखाव
कार के कंप्रेसर, रेफ्रिजरेटर गैस, कंडेंसर, एक्सपेंशन वॉल्व और इवेपोरेटर जैसे जरूरी उपकरणों की प्रणाली चेक कर लें। बारिश के मौसम में जब एसी से हवा कम आए तो समझ लें कि नमी के कारण अंदर बर्फ जम गई है और इसे सही करने के लिए तुरंत एसी बंद कर दें, लेकिन उसके ब्लोवर को चलते रहने दें। इससे इस समस्या का समाधान हो जाएगा। अगर एसी की कूलिंग बंद हो जाए, तो इसका मतलब है एसी की गैस खत्म हो गई और उसे भरवा लें।