किन लोगों के लिए शुभ होता है नंबर 8, इन्हें मिलते हैं बुरे परिणाम
अंकज्योतिष में हर नंबर का अपना एक महत्व होता है। आज हम आपको नंबर 8 के बारे में बताने जा रहे हैं। कई लोगों का यह मानना है कि नंबर 8 एक अशुभ संख्या है। लेकिन वहीं इस संख्या को शक्ति कर्म और परिवर्तन का नंबर भी माना गया है। चलिए अंकशास्त्री भानुप्रिया मिश्रा जी (astropatri.com) से जानते हैं इस विषय में।

भानुप्रिया मिश्रा, एस्ट्रोपत्री। भारतीय पौराणिक कथाओं में शनि देव जी को ज्यादातर पूजा नहीं, बल्कि डर से याद किया जाता है। वो जुड़े हैं धीमी गति की ऊर्जा, रुकावटों, देरी और कर्मफल से। कहानी के अनुसार, जब शनि देव जी का जन्म सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया से हुआ, तो उनके जन्म लेते ही उनकी दृष्टि ने पीड़ा फैला दी। यहां तक कि उनके अपने पिता सूर्य देव भी उनसे मुंह मोड़ बैठे।
"श्रापित" देवता की कहानी या सिर्फ एक मिथ?
एक लोकप्रिय कथा के अनुसार, जैसे ही शनि देव जी ने जन्म के बाद पहली बार आंखें खोलीं, उनकी दृष्टि इतनी शक्तिशाली थी, कि सूर्य देव मंद हो गए और उनका तेज कम हो गया। इससे उन्हें एक दिव्य श्राप मिला, खगोलीय समाज से एक तरह की दूरी।
तभी से शनि देव जी को कष्ट, डर और दुर्भाग्य का प्रतीक मान लिया गया। यही पुरानी मान्यता आज भी अंकों की दुनिया अंक ज्योतिष में देखी जाती है, जहां नंबर 8 (जो शनि जी के अधीन होता है) को अशुभ, भारी या संकटकारी माना जाता है। लेकिन क्या यही पूरी सच्चाई है? या इसमें कोई गहरी आत्मिक बात है जिसे हम नजरअंदाज कर रहे हैं?
नंबर 8 की अंक ज्योतिष ऊर्जा: असली मतलब क्या है?
अंकज्योतिष में हर नंबर की अपनी एक वाइब्रेशन होती है। नंबर 8 पर शासन है शनि देव जी का—जो कि अनुशासन, संरचना, ज़िम्मेदारी और कर्म का प्रतीक हैं। बाकी नंबरों की तुलना में जैसे नंबर 3 या 6, जो ज्यादा हल्के और “भाग्यशाली” माने जाते हैं, नंबर 8 (is number 8 unlucky) की ऊर्जा तेज और गहरी होती है। यह शक्ति, परिवर्तन, सहनशक्ति और भौतिक सिद्धि से जुड़ा होता है। यह संकल्प और कर्म के जरिए ही फल देता है।
बाक़ी नंबर जहां वरदान की तरह फल देते हैं, 8 कहता है, “पहले मेहनत करो, फिर फल मिलेगा।” इसलिए यह कठिन लगता है। यह बदकिस्मती नहीं है। यह कर्म का सीधा नियम है: जैसा करोगे, वैसा पाओगे। न ज्यादा, न कम।
नंबर 8 को “अशुभ” क्यों कहा जाता है?
धीमे नतीजे: नंबर 8 (number 8 astrology significance) की गति धीमी और स्थिर होती है। आज के तेज दौर में जहां सबको तुरंत रिजल्ट चाहिए, वहां यह ऊर्जा रुकावट लगती है।
चुनौतियां और परीक्षाएं -
शनि देव जी फल देने से पहले परीक्षा लेते हैं। जिनकी कुंडली या जीवन में नंबर 8 ज़्यादा प्रभावी होता है, उन्हें अक्सर जीवन की शुरुआत में ही मुश्किलें, धोखा या देरी का सामना करना पड़ता है। ये सब उन्हें अंदर से मजबूत बनाने के लिए होता है।
कर्म का डर -
क्योंकि नंबर 8 कर्म का नंबर है, लोग इसे दंड से जोड़कर देखते हैं। लेकिन शनि देव जी अंधाधुंध सज़ा नहीं देते, वह सिर्फ आपके कर्म को वापस दिखाते हैं।
भौतिक लोभ -
8 नंबर से जुड़े लोग कभी-कभी धन, सत्ता या नियंत्रण की चाह में अति कर बैठते हैं। जब ये लालसा संतुलन से बाहर हो जाती है, तो इसका परिणाम होता है पतन। इसलिए इसे “श्रापित” या भारी कह दिया जाता है।
जन्मांक 8 के कुछ जाने-माने लोग
भले ही इस नंबर को "अशुभ" कहा जाता है, लेकिन कई प्रसिद्ध और प्रभावशाली लोग इसी ऊर्जा से ऊंचाइयां छू चुके हैं -
- नरेंद्र मोदी — जन्म: 17 सितंबर (1+7=8)
- इंदिरा गांधी — जन्म: 19 नवंबर (1+9=10 → 1), लेकिन शनि प्रभाव काफी था।
- नेल्सन मंडेला — जन्म: 18 जुलाई (1+8=9), शनि चक्र से प्रभावित
- बराक ओबामा — भले ही मूलांक 8 न हो, लेकिन उनके जीवन में शनि की वापसी ने बड़ा परिवर्तन लाया
तो साफ है- नंबर 8 श्राप नहीं देता, वह आपको निखारता है।
नंबर 8 का आत्मिक अर्थ -
अपनी सबसे ऊंची ऊर्जा में, नंबर 8 अनंत का प्रतीक है, यह आगे से भी वैसा ही दिखता है और पीछे से भी। यह संतुलन, कर्म, ब्रह्मांडीय न्याय और दिव्य व्यवस्था का प्रतीक है। आध्यात्मिक अंकज्योतिष में, नंबर 8 उस आत्मा का संकेत है जिसने कई जीवन जिए हैं और अब आत्म-सिद्धि की ओर बढ़ रही है।
यह पूछता है -
- क्या आप शक्ति को अहंकार के बिना संभाल सकते हैं?
- क्या आप परीक्षा में भी नैतिक रह सकते हैं?
- क्या आप दर्द को ज्ञान में बदल सकते हैं?
- ये सवाल आसान नहीं हैं, लेकिन यही सबसे पवित्र सवाल हैं।
वैदिक दृष्टिकोण से शनि देव जी - छुपे हुए वरदान
वैदिक ज्योतिष में शनि देव जी को एक सख्त लेकिन न्यायप्रिय गुरु माना जाता है। वो देर करते हैं, लेकिन इंकार नहीं करते। वो झूठे घमंड को हटाकर आपको असली आत्म-सम्मान सिखाते हैं। शनि साढ़ेसाती या शनि महादशा जैसे समय जीवन को हिला सकते हैं, लेकिन जो व्यक्ति सच्चाई के साथ उस दौर से गुज़रता है, वो अंदर से पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत बनकर उभरता है। शनि देव जी श्राप नहीं देते, वो सुधार करते हैं। और नंबर 8 भी यही करता है।
नंबर 8 से डरना किसे चाहिए?
सिर्फ उन्हें जो -
- जिम्मेदारी से भागते हैं
- नैतिकता का उल्लंघन करते हैं
- दूसरों को कंट्रोल करना चाहते हैं
- दर्द से सीखने की जगह शिकायत करते हैं
बाकी सबके लिए नंबर 8 एक सीढ़ी है। यह शायद खड़ी और पतली हो, लेकिन ले जाती है सफलता, आत्म-विकास और गहरी समझ की ओर।
निष्कर्ष - डर से नहीं, ताकत से देखो
अब वक्त आ गया है कि हम नंबर 8 को "अशुभ" कहना बंद करें। जिसे हम बदकिस्मती समझते हैं, वो अक्सर आत्मा की सीख होती है। हां, यह नंबर देरी लाता है और चुनौती देता है। लेकिन साथ ही यह जबरदस्त इनाम भी देता है, अगर आप सच्चाई और मेहनत के साथ उसका साथ निभाते हैं।
शनि देव जी श्रापित नहीं हैं, वो बस गलत समझे गए हैं। और नंबर 8 भी। एक ऐसी दुनिया में जहां लोग दर्द से भागते हैं, 8 आपको सहनशक्ति सिखाता है। एक समाज जो शॉर्टकट चाहता है, 8 आपको विरासत बनाने की ओर ले जाता है। तो अगर आपकी जिंदगी का रास्ता, जन्मांक या भाग्य इस नंबर से जुड़ा है, डरिए मत। इसे अपनाइए, इसे साधिए और इसके साथ उठिए।
लेखिका: भानुप्रिया मिश्रा, Astropatri.com, प्रतिक्रिया भेजने के लिए संपर्क करें: hello@astropatri.com
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