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क्या हर समय होता है शुभ? यहां पढ़ें मुहूर्त का रहस्य

Updated: Mon, 29 Sep 2025 03:38 PM (IST)

हमारे जीवन में समय का महत्व केवल घड़ी की सुइयों तक सीमित नहीं है। वैदिक ज्योतिष में मुहूर्त (Muhurat) की अवधारणा बताती है कि कोई भी कार्य कब करना चाहिए। मुहूर्त ग्रहों की स्थिति और पंचांग के आधार पर जीवन के लिए सर्वोत्तम समय चुनने में मदद करता है तो आइए यहां शुभ मुहूर्त को विस्तार से समझते हैं।

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Shubh Muhurat significance : मुहूर्त का महत्व।

दिव्या गौतम, एस्ट्रोपत्री। हमारे जीवन में समय की भूमिका केवल घड़ी की सुइयों तक सीमित नहीं है, बल्कि हर क्षण अपने साथ एक विशेष ऊर्जा और प्रभाव लेकर आता है। वैदिक ज्योतिष में इस गहरे सत्य को समझने के लिए "मुहूर्त" की अवधारणा को जन्म दिया गया यानी कोई भी कार्य कब किया जाए, यह जानना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना वह कार्य स्वयं।

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मुहूर्त का चयन केवल धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण है, जो ग्रहों की स्थिति, चंद्रमा की चाल और पंचांग की गणनाओं के आधार पर जीवन के लिए सर्वोत्तम समय चुनने में सहायता करता है। यह लेख आपको बताएगा कि मुहूर्त क्या है, इसे कैसे तय किया जाता है, और क्यों यह आज भी हमारी जीवन यात्रा में उतना ही प्रासंगिक और आवश्यक है जितना प्राचीन काल में था।

मुहूर्त क्या होता है?

मुहूर्त का अर्थ है किसी भी कार्य को शुरू करने का वह श्रेष्ठ, पवित्र और शुभ समय, जब ब्रह्मांड की शक्तियां हमारे पक्ष में होती हैं।

यह सिर्फ समय की गणना नहीं, बल्कि ग्रहों की स्थिति, ऊर्जा के प्रवाह और प्रकृति की लय के साथ हमारे कार्यों को जोड़ने का एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक तरीका है।

हिंदू संस्कृति में ऐसा विश्वास है कि यदि कोई भी महत्वपूर्ण काम शुभ मुहूर्त में किया जाए, तो उसमें सफलता, समृद्धि और शांति मिलना निश्चित होता है। इसलिए हम विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार आरंभ, यज्ञ, पूजा, नामकरण जैसे हर विशेष कार्य के लिए पहले मुहूर्त देखते हैं।

मुहूर्त कैसे तय किया जाता है?

मुहूर्त तय करने का काम कोई सामान्य कार्य नहीं है। इसके लिए ज्योतिषीय ज्ञान और पंचांग की गहराई से समझ जरूरी होती है। एक योग्य ज्योतिषाचार्य निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखकर मुहूर्त निकालते हैं:

  • पंचांग के पांच अंग– तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण
  • चंद्रमा की स्थिति – चंद्रमा की राशि और नक्षत्र मन और भावनाओं पर गहरा प्रभाव डालते हैं।
  • लग्न और ग्रहों की दृष्टि – किस समय कौन-सा लग्न शुभ है और ग्रह किस भाव में हैं।
  • ग्रहों की चाल – कोई ग्रह वक्री तो नहीं है? शनि या राहु-केतु की दृष्टि तो नहीं पड़ रही?
  • व्यक्ति की कुंडली – यदि विशेष व्यक्ति के लिए मुहूर्त देखा जा रहा हो, तो उसकी जन्म कुंडली के अनुसार ग्रहों का मेल देखा जाता है। यह सब देखकर एक ऐसा समय चुना जाता है, जिसमें नकारात्मक ग्रह प्रभाव न्यूनतम हों और शुभ ग्रहों का सहयोग अधिकतम हो।

किन कार्यों के लिए मुहूर्त देखा जाता है?

भारतीय परंपरा में हर शुभ और महत्वपूर्ण कार्य से पहले मुहूर्त देखने की परंपरा रही है। कुछ मुख्य कार्य जिनके लिए मुहूर्त निकाला जाता है:

  • विवाह – जीवनभर के संबंध की शुरुआत के लिए शुभ समय अति आवश्यक होता है
  • गृह प्रवेश – नए घर में सुख-शांति के लिए
  • व्यापार या स्टार्टअप की शुरुआत – व्यापार में उन्नति और स्थायित्व के लिए।
  • यात्रा पर निकलना – विशेषतः लंबी या तीर्थ यात्रा।
  • वाहन या संपत्ति की खरीदारी – निवेश में लाभ और सुरक्षा के लिए।
  • पूजा-पाठ, यज्ञ, संस्कार – ईश्वरीय ऊर्जा की अधिकतम प्राप्ति के लिए।
  • शिलान्यास, उद्घाटन, नए कार्य का आरंभ – ताकि कार्य सफलता की ओर बढ़े।
  • मुहूर्त का महत्व – केवल विश्वास नहीं, जीवन का विज्ञान।

कुछ लोग मुहूर्त को केवल धार्मिक मान्यता मानते हैं, परंतु वास्तव में यह जीवन के हर निर्णय को ब्रह्मांडीय ऊर्जा के साथ तालमेल में लाने की विद्या है। यदि कोई बीज अच्छे मौसम और उपयुक्त मिट्टी में बोया जाए, तो उसकी फसल अच्छी होती है। उसी प्रकार, यदि कोई काम सही समय पर किया जाए, तो उसकी सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

मुहूर्त से क्या प्राप्त होता है?

  • मानसिक स्थिरता प्रदान करता है।
  • नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा देता है।
  • कार्य में आने वाली बाधाओं को कम करता है।
  • हमारे प्रयासों को सकारात्मक दिशा में ले जाता है।
  • मुहूर्त का विचार हमें यह सिखाता है कि हर समय एक जैसा नहीं होता। समय में भी ऊर्जा होती है कभी सहायक, कभी बाधक।
  • वैदिक ऋषियों ने इसी कारण पंचांग और मुहूर्त विद्या की रचना की, ताकि हम अपने जीवन के हर पड़ाव पर समय के साथ तालमेल बैठाकर चल सकें।
  • हर शुभ काम से पहले मुहूर्त देखना, परंपरा नहीं यह आत्म-जागरूकता और ब्रह्मांड के नियमों की समझ है।
  • जब हम सही समय पर सही कदम उठाते हैं, तो जीवन की राह सुगम, शुभ और सफल हो जाती है।

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लेखक: दिव्या गौतम, Astropatri.com अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए hello@astropatri.com पर संपर्क करें।