एयर एशिया के नये मार्ग से करें जयपुर से बैंकॉक तक का सफर
इस शहर में विशाल मॉलों से लेकर गली-कूचों के बाज़ारों के दर्शन हो जाते हैं और ये सभी किसी न किसी तरह से घर जैसा एहसास कराते हैं।
थाईलैंड की राजधानी सैर-सपाटे के लिहाज से रोमांचक है। ग्रह के कोने-कोने से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले इस शहर की सड़कें दुनिया की अत्यधिक भीड़-भाड़ वाली सड़कों में से एक है। दूसरे शहरों से अलग, बैंकॉक नवीन और पुरातन स्थापत्य शैली का केन्द्र है। यहाँ के खाने में भी अत्यंत विविधता है। गली-कूचों में मिलने वाले व्यंजनों से लेकर आलीशान रेस्त्रां तक में मिलने वाले थाई व्यंजन लोगों के मुँह में पानी ला सकने की क्षमता रखते हैं। 80 लाख से ज्यादा की आबादी वाले इस शहर में नाना प्रकार की जीवनशैली के दर्शन सम्भावित हैं। इस शहर में विशाल मॉलों से लेकर गली-कूचों के बाज़ारों के दर्शन हो जाते हैं और ये सभी किसी न किसी तरह से घर जैसा एहसास कराते हैं।
क्या आप अपने नीरस दिनचर्या से तंग आ चुके हैं? क्या बैंकॉक वो जगह है, जहाँ आप जाना चाहेंगे? आप भाग्यशाली हैं। एयर एशिया ने जयपुर से बैंकॉक जाने वाले नये मार्ग पर परिचालन शुरू किया है। इसकी एक झलक आप यहाँ पा सकते हैं।
तो फिर, इंतजार किस बात का? झटपट अपना सामान तैयार कीजिये!
जयपुर में प्रवास के दौरान यहाँ की कुछ विस्मित कर देने वाली जगहों को देखा जा सकता है। राजस्थानी और इस्लामिक स्थापत्य शैलियों के मिश्रण से बना शीश महल अत्यंत सुन्दर ढाँचा है। अपनी फ्लाइट के इंतजार के दौरान यहाँ खरीददारी भी की जा सकती है। इसके लिए जयपुर का नेहरू बाज़ार सटीक जगह है, जहाँ से सुंदर कपड़े और कई डिजायनों में उपलब्ध जूतियाँ खरीदी जा सकती है। ये सभी खरीददारों को लुभाते हैं, लेकिन इन्हें खरीदने से पहले तौल-मौल जरूर करें!
ये बैंकॉक की रूचिकर जगहों की सूची है जिसे एक बार तो देखना ही चाहिए:
1- वाट फो (Wat Pho)
पहली बार बैंकॉक पहुँचे आगंतुकों को वाट पो तो जरूर जाना चाहिए, जिसे झुके हुए बुद्ध के मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह बैंकॉक का वृहद और प्राचीनतम मन्दिर है, जो ग्रंड पैलेस के नजदीक है। बुद्ध का पैर 5 मीटर लम्बा है और बेहद करीने से सजाया हुआ है। बुद्ध की मूर्ति के बगल में 108 धातु के कटोरे हैं, जिनमें 108 सिक्के तक डाले जा सकते हैं। मंदिर परिसर वृहद है जहाँ बने कई ढ़ाँचे आगंतुकों के लिए एकांत स्थान बन सकते हैं। वाट फो पारम्परिक मसाज के केन्द्र के तौर पर भी जाना जाता है। इस तरह से यह विलासिता की अनुभूति का एक बड़ा स्थान है। इसलिए थके हुए पैरों और सिर के मसाज के लिए इस जगह पर जरूर जाएँ।
2- लुम्फिनि पार्क
शीतल हवा और शांति के स्वर्ग के रूप में जाना जाने वाला लुम्फिनि पार्क वह जगह है, जहां आगंतुकों का मिलन प्रकृति के साथ होता है। नेपाल में बुद्ध के जन्मस्थान के नाम पर रखा गया यह पार्क बैंकॉक की व्यस्त जिंदगी से छुटकारा पाकर चैन की साँस लेने की बेहतरीन जगह है। वर्ष 1920 में अस्तित्व में आने के बाद से यह पार्क शांति, आराम और आनन्द के केन्द्र के तौर पर विकसित हुआ है। यह हल्के-फुल्के व्यायाम और डूबते सूरज को देखकर आनन्दित होने वाला पार्क है। यहाँ बड़े बगीचे, पैडल वाली नाव और बच्चों के खेलने के लिए मैदानों की व्यव्स्था है। यह पार्क स्वदेशी वनस्पतियों, एक जंगलनुमा पार्क और कुछ असाधारण प्रवासियों जैसे जलीय छिपलकलियों का आश्रय स्थल है। इतना ही नहीं, पार्क के दरवाज़ें के बाहर (राम की छठी) मूर्ति के सामने आगंतुकों के लिए लाजवाब खाने की भी व्यवस्था है।
3- बैंकॉक का राष्ट्रीय संग्रहालय
थाई कलाओं और कलाकृतियों का विशालतम संग्रह शाही महल वांग ना पैलेस में किया गया, जो अब बैंकॉक के राष्ट्रीय संग्रहालय के नाम से जाना जाता है। यह संग्रहालय थाईलैंड के इतिहास को गहराई से जानने का अवसर देता है। इसके अतिरिक्त प्रागैतिहासिक काल के समय के कुछ खजानों के बारे में जानकारी मुहैया कराता है। यहाँ आगंतुकों के लिए बुद्ध, गणेश और विष्णु से जुड़ी विभिन्न कालखंडों की विविध धार्मिक सामग्रियों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस संग्रहालय की विशेषता फ्रा बुद्ध सिंह की इमेज, रॉयल फ्यूनलर रथ, और राजा रामखंघेंग का पहला शिलालेख है।
4- रैले बिच
एक पर्वतारोहण हॉटस्पॉट और विश्व के कोने-कोने से पर्वतारोहियों को आकर्षित करने वाला यह स्थान थाईलैंड के कराबी और ओ नांग के बीच अवस्थित एक छोटा प्रायद्वीप है। रैले बिच को राय लेह के नाम से भी जाना जाता है। चूँकि, राय लेह प्रायद्वीप के ऊँचे सिरे पर स्थित है, इसलिए यहाँ तक केवल नाव के जरिये पहुँचा जा सकता है। यह बेहतरीन पर्वतारोही स्थल है जहाँ से महासागर का नजारा दिखता है। अगर आप पर्वतों के आरोहण के शौकीन हैं तो यह जगह आप ही के लिए है। दी फ्रा नांग गुफ़ा और फ्रा नांग तीर्थस्थान रैले बिच पर घूमने की रूचिकर जगहों में से हैं।
5- एमबीके सेंटर
माह बून क्रॉन्ग के संक्षिप्त नाम एमबीके से मशहूर यह बैंकॉक अवस्थित एक विशालतम मॉल हैजो हर दिन दस हजार से ज्यादा खरीददारों को आकर्षित करता है। 1985 में खुली एमबीके मॉल एक समय में एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा मॉल हुआ करता था। साल दर साल बीतने के साथ वहाँ कई दूसरे मॉल अस्तित्व में आते गए। इसके बावज़ूद यह बैंकॉक शहर का महत्तवपूर्ण स्थलों में शुमार है। दूसरे मॉलों की तुलना में कम कीमत और बेहतरीन ऑफर्स के कारण यह मॉल लोगों से पटा रहता है। हालांकि, अभी आपको इसके लिए इंतज़ार करना होगा। केवल खरीददारों के लिए ही नहीं, इस मॉल के ऊपरी तल पर बच्चों के लिए रोमांचक खेलों की व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त भूख लगने पर खाने और आराम और आनन्द के लिए सिनेमा देखने की भी व्यवस्था की गई है।