राहुल को लेकर हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- सार्वजनिक रूप से बनाए रखें भाषा की मर्यादा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन की तरह दिखते हैं। यह बेहतर होता कि वह सरदार पटेल जवाहरलाल नेहरू या महात्मा गांधी की तरह अपना रूप बदलते।
अहमदाबाद, प्रेट्र: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन की तरह दिखते हैं। यह बेहतर होता कि वह सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू या महात्मा गांधी की तरह अपना रूप बदलते। इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री 'पेटी ट्रोल' की तरह बात कर रहे हैं।
राहुल गांधी का बढ़ी हुई दाढ़ी में नया लुक
बता दें कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक कांग्रेस द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राहुल गांधी बढ़ी हुई दाढ़ी में नजर आ रहे हैं। अहमदाबाद में मंगलवार को रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा, 'मैंने अभी देखा कि उनका लुक भी बदल गया है। मैंने कुछ दिन पहले एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि उनके नए लुक में कुछ भी गलत नहीं है। देखो, जब लुक बदल ही रहे हो कम से कम इसे सरदार वल्लभभाई पटेल या जवाहर लाल नेहरू जैसा बनाओ। गांधीजी जैसा दिखें, तो भी अच्छा है। लेकिन तुम्हारा चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों हो रहा है?'' ऐसा इसलिए है क्योंकि कांग्रेस की संस्कृति भारतीय लोगों के करीब नहीं है।
चुनावी राज्यों का दौरा नहीं करते राहुल
सरमा ने दावा किया कि उनकी संस्कृति उन लोगों के करीब है जिन्होंने भारत को कभी समझा ही नहीं। उन्होंने आगे दावा किया कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हाल में मतदान वाले राज्यों हिमाचल प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों का दौरा नहीं कर रहे। इसके बजाय वह उन राज्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहां चुनाव नहीं हुए क्योंकि वह जानते हैं कि यदि वहां गए तो बुरी तरह पराजय का मुंह देखना पड़ेगा। सरमा ने कहा कि उन्होंने नर्मदा बचाओ आंदोलन की कार्यकर्ता मेधा पाटकर को महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल के साथ देखा।
बनाए रखनी चाहिए भाषा की मर्यादा
असम के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मेधा वही हैं जिन्होंने गुजरात को पानी से वंचित करने की साजिश रची। उधर बुधवार को अहमदाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि वह अपनी प्रतिक्रिया से सरमा के बयान का महिमामंडन नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा,' मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सार्वजनिक रूप से भाषा की मर्यादा बनाए रखें। दुर्भाग्य से असम के मुख्यमंत्री जब इस तरह के वाक्यों का उच्चारण करते हैं तो वह एक तुच्छ ट्रोल की तरह लगते हैं।
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