गुजरात की कुटियाना विधासनभा सीट का चुनाव हुआ दिलचस्प, सपा और भाजपा उम्मीदवार के बीच है लड़ाई
Gujarat Election गुजरात के कुटियाना से सपा उम्मीदवार कांधल जडेजा ने कहा कि जब मैं 2012 में यहां एनसीपी से टिकट लेकर आया था तब किसी को इसके बारे में पता नहीं था। मैंने दो बार चुनाव लड़ा और जीता। (फाइल फोटो)
अहमदाबाद, एएनआइ। गुजारत में दिसंबर के पहले हफ्ते में विधानसभा के चुनाव हैं। भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य सभी पार्टी के उम्मीदवार प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं। गुजरात की कुटियाना विधासनभा सीट का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प माना जा रहा है। यहां से एनसीपी छोड़कर आए कांधल जडेजा को समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा की ओर से ढेलिबेन ओदेदरा उम्मीदवार हैं। दोनों के बीच कांटे की लड़ाई मानी जा रही है।
एनसीपी छोड़ सपा से बने उम्मीदवार
गुजरात के कुटियाना से सपा उम्मीदवार कांधल जडेजा ने कहा कि जब मैं 2012 में यहां एनसीपी से टिकट लेकर आया था, तब किसी को इसके बारे में पता नहीं था। मैंने दो बार चुनाव लड़ा और जीता। लोगों ने मेरे नाम पर वोट किया। मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मेरे सभी साथियों ने मुझे फॉलो किया और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। गुजरात में एनसीपी खत्म हो गई है। मैं अब साइकिल (समाजवादी पार्टी) पर आ गया हूं।
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मेरे काम के कारण लोग देते हैं वोट
समाचार एजेंसी एएनआइ ने जब सपा उम्मीदवार से ये पूछा कि क्या लोग उन्हें डर या प्यार से वोट देते हैं। या फिर उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि को देखते हुए। इस पर उन्होंने कहा, 'आप मुझसे 80-90 के दशक में यह सवाल पूछा होता, तो मैं कहता कि डर के मारे वोट करते हैं। तब चुनाव में बैलेट पेपर हुआ करता था। अब ईवीएम है। लोग मेरे काम के कारण मुझे वोट देते हैं।'
गरीबों और बाकी सभी की करती हूं देखभाल: भाजपा उम्मीदवार
कुटियाना से भाजपा उम्मीदवार ढेलिबेन ओदेदरा ने कहा कि मेरे पास उनके (सपा के कांधल जडेजा) खिलाफ चुनाव लड़ने का साहस है। मैं बड़े अंतर से जीतूंगी। कुटियाना विधानसभा क्षेत्र के मतदाता मुझे जानते हैं और मेरा सम्मान करते हैं। मैं गरीबों और बाकी सभी की देखभाल करती हूं। इसलिए मुझे विश्वास है कि वे मुझे वोट देंगे।
गौरतलब है कि 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा 2017 के घोषित परिणामों में पिछली बार भाजपा ने 99 सीटें जीतीं थीं। कांग्रेस ने 77 सीटें जीतीं थीं। एनसीपी ने 1, भारतीय ट्राइबल पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवार ने क्रमश: 2 और 3 सीटें जीतीं थीं।