मलेशिया के स्कूल में आग से 22 छात्रों समेत 24 की मौत
क्वालालंपुर पुलिस प्रमुख अमर सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि हादसे में 22 छात्र और 2 वार्डन मारे गए। उनकी मौत शायद आग के धुएं के कारण सांस लेने में दिक्कत के कारण हुई।
कुआलालंपुर, एएफपी/रायटर। मलेशिया के एक आवासीय धार्मिक स्कूल में आग लगने से 22 छात्रों समेत 24 लोगों की मौत हो गई। मध्य कुआलालंपुर में स्थित ताहफिज दारुल कुरान इत्तिफाकिया स्कूल में गुरुवार तड़के आग लग गई थी। अधिकारियों ने शॉर्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा जताया है।
मलेशियाई अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के अनुसार पिछले दो दशक में आग लगने की यह सबसे भीषण और दर्दनाक घटना है। उन्होंने बताया कि दो मंजिली इमारत के ऊपरी तल पर आग लगी थी। घटना के कुछ मिनट के अंदर पहुंचे अग्निशमन दल के दस्ते ने आग पर एक घंटे के अंदर काबू पा लिया था। प्रवेश के लिए था सिर्फ एक दरवाजामलेशिया के मंत्री तेंगकू अदनान तेंगकू मानसर ने बताया कि बच्चों ने बाहर निकलने की भरपूर कोशिश की थी, लेकिन लोहे की ग्रिल होने की वजह से वह भाग नहीं सके। कुआलालंपुर के पुलिस प्रमुख अमर सिंह ने बताया कि स्कूल में सिर्फ एक प्रवेश द्वार होने के कारण छात्र खुद को बचा न सके।
बेडरूम में दिखी थी आग की पहली लपट
मौके पर मौजूद अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग की पहली लपट बेडरूम में दिखी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अग्निशमन विभाग ने गैर-पंजीकृत और निजी धार्मिक स्कूलों (ताहफिज) में आग से निपटने की व्यवस्था पर पहले ही चिंता जताई थी। देशभर में फैले इन स्कूलों में वर्ष 2015 से अब तक आग लगने की 211 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। देश में 500 से ज्यादा ताहफिज स्कूल हैं।
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